उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अपने लगातार दूसरे कार्यकाल के पहले ही चरण में पांच लाख लोगों को रोजगार का अवसर देने की नींव रख रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को लखनऊ में यूपी इंवेस्टर्स समिट 3.0 का आगाज करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आज दिन में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 3.0 में 80,224 करोड़ की 1406 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। जिससे पांच लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वायु सेना के विशेष विमान से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक ने उनका स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आगमन के साथ ही विभिन्न स्टाल का निरीक्षण करेंगे। इनमें 75 स्टाल उत्तर प्रदेश के जिलों के हैं, जिनमें एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) का प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके साथ ही अन्य विभागों के उत्पादों को भी एक्जिबीशन हाल में प्रदर्शित किया जा रहा है।
औद्योगिक निवेश परियोजनाओं की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में देशभर के बड़े उद्यमी होंगे। इस बड़े आयोजन से योगी आदित्यनाथ सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में दस लाख करोड़ रुपये का निवेश प्रदेश में लाने का है। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास की यात्रा में आज यानी तीन जून शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज लखनऊ में यहां 80 हजार करोड़ रुपये की औद्योगिक परियोजनाओं का भूमि पूजन करेंगे। इस आयोजन में शामिल होने के लिए देश-दुनिया के वह दिग्गज उद्यमी राजधानी पहुंच चुके हैं, जो प्रदेश में निवेश कर रहे हैं। खास बात यह भी है कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ को सुशासन का मूलमंत्र मानने वाली भाजपा सरकार के औद्योगिक विकास के इस बड़े कदम में भी प्रदेश के सभी 75 जिले सहभागी नजर आएंगे।
योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल के इस पहले बड़े समारोह जीबीसी-3 का इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुक्रवार को सुबह लगभग 11 बजे आगाज होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ कर प्रधानमंत्री मोदी 80 हजार करोड़ रुपये की 1406 परियोजनाओं का वर्चुअल भूमिपूजन करेंगे। समारोह में शामिल होने के लिए देश-दुनिया के लगभग 170 प्रमुख उद्योगपति और औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि गुरुवार शाम तक लखनऊ पहुंच चुके थे। इनमें अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी, आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला, हीरानंदानी ग्रुप के चेयरमैन निरंजन हीरानंदानी, एयर लिक्विड लिमिटेड के वाइस प्रेसीडेंट मैथ्यू आइरिस, रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड के डायरेक्टर अनंत अंबानी जैसे दिग्गज शामिल हैं। यह प्रमुख उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर अपने अनुभव और विचार भी साझा करेंगे।
प्रधानमंत्री बड़ी परियोजनाओं की आधारशिला वर्चुअल रखेंगे तो जिला स्तर पर तीन करोड़ रुपये तक की परियोजनाओं की नींव रखी जाएगी। लखनऊ में हो रहे मुख्य समारोह का सजीव प्रसारण भी प्रत्येक जिले में कराया जा रहा है। इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से उत्तर प्रदेश में हर क्षेत्र में निवेश आया है। जीबीसी-3 में निजी विश्वविद्यालय से लेकर डेयरी प्लांट तक की आधारशिला रखी जाएगी। क्षेत्रवार सर्वाधिक 805 सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) श्रेणी के प्रोजेक्ट हैं। दूसरे नंबर पर कृषि और उससे जुड़े उद्योगों के 275, तीसरे स्थान पर फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल सप्लाई के 65 प्रोजेक्ट धरातल पर उतर रहे हैं। शिक्षा से जुड़ी 1,183 करोड़ की छह परियोजनाएं हैं। ऐसे ही डेयरी के 489 करोड़ के सात, पशुपालन के 224 करोड़ के छह प्रोजेक्ट लग रहे हैं। इसमें 500 करोड़ रुपये से अधिक के 29 प्रोजेक्ट का आगाज होगा। जिसमें कुल निवेश 40,106 रुपये का है। 200 से 500 करोड़ रुपये तक के 52 प्रोजेक्ट लगाने की नींव पड़ेगी। जिसमें 15,614 करोड़ रुपये का कुल निवेश हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में 2018 में हुए इन्वेस्टर्स समिट में चार लाख 68 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए थे। इन औद्योगिक परियोजनाओं के दो भूमिपूजन समारोह (ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी) हो चुके।