तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने 11वीं सदी के संत श्री रामानुजाचार्य की प्रतिमा हैदराबाद में स्थापित होने पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि, यह गर्व का क्षण है कि तेलंगाना में हजारों वर्षों के बाद नागरिकों के बीच सामाजिक समानता को स्थापित करने वाले श्री रामानुजाचार्य की विराट प्रतिमा लगने जा रही है। उन्होंने कहा कि, यह तेलंगाना के लिए गर्ण का क्षण है। तेलंगाना हजारों वर्षों के बाद नागरिकों के बीच सामाजिक समानता के श्री रामानुजाचार्य की शिक्षाओं का केंद्र बन गया है। राव ने कहा कि, यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हैदराबाद में श्री रामानुजाचार्य की विराट प्रतिमा स्थापित की जा रही है।
दरअसल, मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी के साथ मुचिन्तला का दौरा किया और गुरुवार को श्री रामानुज सहस्रब्दी समारोह में भाग लिया। इस दौरान श्री चिन्ना जीयर स्वामी ने मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी का औपचारिक स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने चिन्ना जीयर स्वामी से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर बोलते हुए CM राव ने कहा, श्री रामानुजाचार्य ने भक्ति आंदोलन में क्रांतिकारी बदलाव लाए और सभी मनुष्यों के बीच समानता के लिए काम किया। उन्होंने कहा कि इस पवित्र स्थान पर आने वाले तीर्थयात्रियों को आध्यात्मिक शांति मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, उन्हें यह जानकर खुशी हो रही है कि मुचिन्तला में श्री रामानुजाचार्य के भक्तों के आराम के लिए सभी सुविधाएं बनाई गई हैं, और भविष्य में यह स्थान भक्तों के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल बन जाएगा। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि, श्री चिन्ना जीयर स्वामी और उनके अनुयायियों ने प्रतिमा स्थापित करने में अद्भुत काम किया है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना श्री रामानुज के दिव्य आशीर्वाद से अपनी प्रगति को आगे बढ़ाएगा। और श्री रामानुजाचार्य की भावना को जारी रखेंगे, जो सबसे ऊपर हैं।
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा, श्री चिन्ना जीयर स्वामी का यह बहुत बड़ा प्रयास है। राशि एकत्रित करने एवं अन्य व्यवस्था करने की जिम्मेदारी ली। उन्होंने चिन्ना जीयर स्वामी और उनके मिशन को प्रयासों के लिए बधाई दी। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार समारोह के लिए सभी आवश्यक जिम्मेदारियां उठाएगी। उन्होंने कहा कि उनके परिवार से वे पंडितों के लिए फल और प्रसाद चढ़ाएंगे।
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 फरवरी, 2022 को हैदराबाद का दौरा करेंगे। यहां प्रधानमंत्री शनिवार को 216 फीट ऊंची स्टैच्यू आफ इक्वेलिटी प्रतिमा का अनावरण करेंगे, जो 11वीं शताब्दी के संत्र श्री रामानुजाचार्ट की स्मृति में बनाया गया है। जिन्होंने आस्था, जाति और पंथ सहित जीवन के सभी पहलुओं में समानता के विचार को बढ़ावा दिया था।