प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को उत्तराखंड के सांसदों के साथ बातचीत की। उत्तराखंड में आई ग्लेशियर आपदा पर राहत के प्रयासों और भविष्य के कार्यों पर चर्चा की। उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि त्रासदी के बाद से पीएम मोदी लगातार हमारे संपर्क में हैं और उत्तराखंड के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
सीएम रावत का कहना है कि वह खुद राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। केंद्र के अलावा कई राज्यों ने मदद की भी पेशकश की है। प्राथमिकता अब लोगों की जान बचाने, नियत समय पर होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई और विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए है।
ज्ञात हो कि ग्लेशियर टूटने के कारण चमोली में रविवार को आई आपदा में अब तक 18 लोगों के शव बरामद हुए हैं, जबकि 202 लोग लापता हैं। टनल में अभी 25 से 35 लोग फंसे हुए हैं। इन्हें निकालने के लिए सेना, आइटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं। ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट और तपोवन-विष्णुगाड़ जल बिजली परियोजना ध्वस्त हो गई थी।
तपोवन-विष्णुगाड प्रोजेक्ट की दूसरी सुरंग में अब भी 30 से 35 व्यक्ति फंसे हैं। ऋषिगंगा नदी और धौलीगंगा नदी के उफान में इन दोनों प्रोजेक्टों में काम करने वाले कई श्रमिक व स्थानीय लोग लापता है, जिनकी तलाश में एसडीआरएफ की 11 टीम जुटी हैं। दो टीम रैणी, चार टीम तपोवन, दो टीम जोशीमठ व तीन टीम श्रीनगर में तलाशी अभियान चला रही हैं। एयरफोर्स के चार हेलीकाप्टरों की भी मदद ली जा रही है।