केंद्र सरकार ने जीएसटी के निर्धारण में अब तक का सबसे बड़े बदलाव करते हुए इसके जीएसटी परिषद ने चुइंग गम से लेकर चॉकलेट, सौंदर्य प्रसाधनों, विग से लेकर हाथ घड़ी तक करीब 200 उत्पादों पर कर की दरें घटा दी हैं. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जीएसटी परिषद की सिफारिशों से जनता को आगे फायदा होगा और कर व्यवस्था को मजबूती मिलेगी.दिल्ली सरकार को इस शर्त पर NGT देगी ऑड-ईवन लागू करने की इजाजत…
पीएम मोदी ने कहा कि जनता की भागीदारी सरकार के कामकाज के तौर तरीकों का मूल है और सरकार के सभी फैसले ‘‘लोगों के अनुकूल’’ और लोगों के लिए हैं. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘जीएसटी परिषद की आज की सिफारिशें हमारे नागरिकों को आगे लाभ पहुंचाएंगी और जीएसटी को मजबूती प्रदान करेंगी.
पीएम मोदी ने कहा कि ये सिफारिशें जीएसटी पर अनेक पक्षकारों से हमें लगातार मिल रहे फीडबैक पर आधारित हैं.’’ उन्होंने जोर दे कर कहा कि सरकार देश के आर्थिक एकीकरण के लिए ‘‘अथक’’ प्रयास कर रही है.
माल और सेवा कर (जीएसटी) के निर्धारण में अब तक का सबसे बड़े बदलाव करते हुए इसके जीएसटी परिषद ने चुइंग गम से लेकर चॉकलेट, सौंदर्य प्रसाधनों, विग से लेकर हाथ घड़ी तक करीब 200 उत्पादों पर कर की दरें घटा दी हैं. उम्मीद है कि इससे उपभोक्ताओं को राहत देने के साथ साथ उद्योग और व्यापार जगत को सुस्ती के दौर में सहूलियत होगी.
वहीं आपको बता दें कि जीएसटी परिषद ने 28 प्रतिशत के सर्वाधिक कर दर वाले स्लैब में वस्तुओं की संख्या को घटाकर सिर्फ 50 कर दिया है जो कि पहले 228 थी. अब 28 प्रतिशत के कर स्लैब में सिर्फ लग्जरी और अहितकर वस्तुएं ही रह गई हैं. रोजमर्रा के इस्तेमाल की वस्तुओं को 18 प्रतिशत के कर स्लैब में डाल दिया गया है.
परिषद ने एसी से लेकर नॉन एसी तक सभी प्रकार के रेस्तरांओं पर कर की दर पांच प्रतिशत करने का फैसला किया गया है. अभी तक गैर एसी रेस्तरां में खाने के बिल पर 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगता था. एसी रेस्तरां पर जीएसटी की दर 18 प्रतिशत थी. ऐसे सितारा होटल जिनमें कमरे का एक दिन का किराया 7,500 रुपये या अधिक है, उन पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाएगा. लेकिन आईटीसी की सुविधा मिलेगी.