लखनऊ, उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में अचानक से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के बाद प्रदेश और केन्द्र सरकार अलर्ट मोड पर हैं। आज वर्चुअली हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार पर कैसे लगाम लगाई जाए इस पर चर्चा की। वीसी में अन्य प्रदेशों के भी मुख्यमंत्री शामिल हुए।
कोरोना संक्रमण पर समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते 2 वर्षों में कोरोना को लेकर ये हमारी 24वीं बैठक है, कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया है और जिन्होंने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है मैं सभी कोरोना वारियर्स की प्रशंसा करता हूं।
उत्तर प्रदेश में काेरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखकर पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बचाव के प्रयास और तेज किये जाने के निर्देश दिया हैं। मंगलवार को टीम 9 के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रतिदिन कोरोना के न्यूनतम डेढ़ लाख टेस्ट कराये जाएं। एनसीआर में कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। बीते 24 घंटे में गौतमबुद्धनगर में कोरोना के 126 व गाजियाबाद में 30 नए केस मिले थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे में जरूरी है कि टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए। हर दिन न्यूनतम डेढ़ लाख टेस्ट किए जाने चाहिए। कहा कि काेरोना संक्रमित मिल रहे लोगों से लगातार संवाद व संपर्क बनाते हुए उनके उपचार की सभी आवश्यक व्यवस्था कराई जाए। अधिकतर लोगों को होम आइसोलेशन की ही आवश्यकता पड़ रही है। लिहाजा उन्हें कोविड आइसोलेशन प्रोटोकाल की पूरी जानकारी दी जाए।
प्रदेश में वर्तमान में कोरोना के कुल एक्टिव केस की संख्या 1316 है। बीते 24 घंटों में 91,673 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 203 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 162 लोगों ने कोरोना को मात भी दी। एनसीआर व लखनऊ जैसे जिन जिलों में केस अधिक मिल रहे हैं, वहां फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाये जाने का निर्देश भी दिया गया है। प्रदेश में अब तक 31 करोड़ 17 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण हुआ है।
18 वर्ष व उससे अधिक आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 87.67 प्रतिशत से अधिक वयस्कों को दोनों खुराक दी जा चकी है। 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग में 94.74 प्रतिशत किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है और 64.33 प्रतिशत किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है। मुख्यमंत्री ने बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने का निर्देश भी दिया है। 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को पहली डोज के बाद अब पात्रता के अनुसार दूसरी डोज दिये जाने का निर्देश दिया गया है।