पीएनबी महाघोटाले के मामले में गिरफ्तार बैंक के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी ने ED के सामने यह कबूल किया है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी उन्हें साल 2010 से ही ब्लैकमेल कर रहे थे. ईडी सूत्रों ने आजतक को यह जानकारी दी है.
ईडी सूत्रों के अनुसार, गोकुलनाथ शेट्टी ने यह बताया है कि पीएनबी का जीएम राजेश जिंदल पूरे घोटाले का सूत्रधार था. उसने आरोप लगाया है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने 2010 से 2017 के बीच उसे ब्लैकमेल किया. शेट्टी ने अपने बयान में यह स्वीकार किया है कि साल 2010 के बाद नीरव-मेहुल की कंपनियों को 13,700 करोड़ रुपये के सभी LoU उसने ही जारी किए थे.
पीएनबी के जीएम पर मढ़ी घोटाले की जिम्मेदारी
शेट्टी ने दावा किया कि उसे इससे कोई फायदा नहीं मिला है. उसने आरोप लगाया कि पीएनबी हेड ऑफिस के जीएम राजेश जिंदल ने ही उसे सबसे पहले बिना किसी प्रतिभूति और जमानत के नीरव मोदी को एलओयू जारी करने का निर्देश दिया. शेट्टी ने ईडी के सामने यह स्वीकार किया कि राजेश जिंदल के ही निर्देश पर साल 2010 में उसने नीरव मोदी को पहला एलओयू जारी किया.
पंजाब नेशनल बैंक महाघोटाले की जांच कर रही सीबीआई टीम ने फर्जी LoU जारी करने वाले पीएनबी के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी समेत तीन लोगों को 17 फरवरी को गिरफ्तार किया था.
पीएनबी के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी ने सीबीआई को भी पूछताछ में बताया कि उन्होंने इस घोटाले को अंजाम देने में मदद की. शेट्टी ने बताया कि न सिर्फ उन्होंने लेवल 5 के पासवर्ड को अपने पास रखा बल्कि उन्हें नीरव मोदी की कंपनी के डायरेक्टर के साथ भी शेयर किया.
क्या है पीएनबी महाघोटाला
पंजाब नेशनल बैंक में फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के जरिये नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के घोटाला करने की बात सामने आई थी. PNB में 11,360 करोड़ रुपये के घपले में नीरव मोदी की कंपनियों और बैंक की मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस शाखा के कुछ अन्य खातों की संलिप्तता उजागर होने के बाद बड़े स्तर कार्रवाई शुरू की गई.
PNB के कम से कम 10 बैंक कर्मियों को निलंबित किया गया. जांच एजेसियां लगातार इस मामले की जांच-पड़ताल कर रही हैं. धीरे-धीरे इस घोटाले की परतें खुल रही हैं. यह घोटाला अब करीब 13,600 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है. फिलहाल मामले में जांच जारी है.
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features