लखनऊ: कुछ समय पहले लखनऊ विश्व विद्यालय में कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ को काला झण्डा दिखलाने वाली समाजवादी पार्टी की छात्र नेता अपूर्वा वर्मा को जनता ने नकार दिया। निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी की सीट से चुनाव लड़ी अपूर्वा को हार का सामान करना पड़ा।
अपनी इस हर पर अपूर्वा ने मतदान में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया है। यूपी के सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लखनऊ विश्व विद्यालय चल रहे थे। इस दौरान समाजवादी पार्टी छात्रसभा के छात्रों ने बीच सड़क पर सीएम को काला झण्डा दिखाया था।
इस मामले में पुलिस ने छात्र नेता अपूर्वा वर्मा सहित कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था। जेल से रिहा होने के बाद अपूर्वा वर्मा को समजावादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निकाय चुनाव में लखनऊ के जानकीपुरम वार्ड से टिकट दिया। अपूर्वा वर्मा ने अपनी जीत के लिए लोगों से वोट करने की अपील की, घर-घर जाकर लोगों से मिली भी, पर शायद उनके वार्ड की जनता ने उनको पसंद नहीं किया।
अपूर्वा वर्मा को अपने वार्ड से महज 1576 वोट ही मिले। अपूर्वा के वार्ड से भारतीय जनता पार्टी की महिला प्रत्याशी खुशबू राखी मिश्र को बड़ी जीत मिली। खुशबू को 3841 वोट मिले। शुक्रवार को निकाय चुनाव के नतीजे आने के बाद अपूर्वा वर्मा ने चुनाव में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया।