लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में बढ़ते हुए प्रदूषण को लेकर एक से दो दिन के अंदर यहां कृत्रिम बारिश करायी जा सकती है। लखनऊ में बढ़े प्रदूषण स्तर से चिंतित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पत्र मिलते ही आईआईटी ने तैयारी शुरू कर दी है। आईआईटी कानपुर के कार्यवाहक निदेशक प्रोण् मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि आईआईटी कानपुर कृत्रिम बारिश कराने में सक्षम है।
अगले दो से तीन दिन में बादल आते ही लखनऊ में कृत्रिम बारिश कराई जाएगी। इससे हवा में फैले जहरीले कण मिट्टी में आ जाएंगे। आईआईटी कानपुर के एरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग ने करीब एक साल पहले फ्लाइट लैब में कृत्रिम बारिश कराने को लेकर एक रिसर्च शुरू की थी। रिसर्च में बॉयोसाइंस एंड बॉयोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग और इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट एंड इंजीनियरिंग विभाग का भी सहयोग लिया गया था।
तीनों विभागों की मेहनत का परिणाम सकारात्मक रहा। आईआईटी ने कृत्रिम बारिश कराने में सफलता प्राप्त कर ली है। लखनऊ में बढ़े प्रदूषण को कम करने के लिए आईआईटी ने यूपी सरकार को कृत्रिम बारिश कराने के लिए पत्र भेजा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईआईटी के प्रस्ताव पर सहमति जताई थी।
मुख्यमंत्री ने आईआईटी के निदेशक को पत्र लिख कर जल्द से जल्द कृत्रिम बारिश कराने का आग्रह किया है। अगले दो से तीन दिन में जैसे ही लखनऊ या इसके आसपास क्षेत्र में बादल दिखेंगेए आईआईटी.कानपुर कृत्रिम बारिश कराएगा। कृत्रिम बारिश कराने के लिए कुछ विभागों की अनुमति लेनी होगी। आईआईटी ने यूपी सरकार को जरूरी व्यवस्थाएं करने के लिए एक सूची भेज दी है ताकि बादल आएं तो कृत्रिम बारिश कराई जा सके।