भारतीय बैडमिंटन के लिए एक ऐतिहासिक दिन ओलंपिक रजत विजेता पीवी सिंधू और समीर वर्मा ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए हांगकांग ओपन बैडङ्क्षमटन टूर्नामेंट के महिला और पुरुष वर्गाें के खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया।
रियो ओलंपिक में रजत जीतने वाली और पिछले सप्ताह चाइना ओपन के रूप में अपना पहला सुपर सीरीज खिताब जीत चुकीं सिंधू ने अपने शानदार प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए शनिवार को हांगकांग की चियूंग एनगान यी को 46 मिनट में 21-14, 21-16 से हराकर फाइनल में जगह बनाई जबकि समीर ने तीसरी वरीयता प्राप्त डेनमार्क के जॉन ओ जोर्गेनसन को 21-19, 24-22 से हराकर अपने करियर की सबसे बड़ी जीत दर्ज की।
पीवी सिंधु फाइनल में हारी, ताई जु यिंग ने 21-17 से दी मात
इससे पहले समीर वर्मा ने तीसरी वरीयता प्राप्त डेनमार्क के जॉन ओ जोर्गेनसन को 21-19, 24-22 से हराकर अपने करियर की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। गैर वरीयता प्राप्त समीर ने जोर्गेनसन से सेमीफाइनल मुकाबला 46 मिनट में जीता। विश्व रैंकिंग में 43वें नंबर के भारतीय खिलाड़ी ने तीसरे नंबर के जोर्गेनसन के खिलाफ अपने पहले ही करियर मुकाबले में जीत दर्ज की।
समीर का फाइनल में हांगकांग के एनजी का लोंग एंगस से मुकाबला होगा जिन्होंने अन्य सेमीफाइनल में हमवतन हू युन को 30 मिनट में 21-19, 21-7 से हराया। समीर ने इस मुकाबले में रैंकिंग में अपने से 40 स्थान से ऊपर के खिलाड़ी के खिलाफ हर लिहाज से बेहतर प्रदर्शन किया और निर्णायक मौकों पर पूरा धैर्य दिखाया।
समीर ने पहले गेम में 7-1 की बढ़त बनाई। हालांकि इसके बाद दोनों खिलाडिय़ों के बीच बढ़त में उतार चढ़ाव आता रहा। डेनमार्क के खिलाड़ी एक समय 17-16 से आगे हो गए लेकिन समीर ने लगातार चार अंक लेकर 20-17 की बढ़त बनाई और 21-19 पर यह गेम समाप्त कर दिया।
दूसरे गेम में जोर्गेनसन ने अधिकतर समय बढ़त बनाए रखी और 20-17 के बढ़त के साथ यह गेम जीतने के करीब पहुंच गए। समीर ने लगातार चार अंक लिए और 21-20 से आगे हो गए। स्कोर फिर 21-21 से बराबर हुआ और जोर्गेनसन 22 -21 से आगे हो गए। लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने लगातार तीन अंक लेकर 24-22 पर गेम और मैच समाप्त कर दिया।