वैशाख मास में व्रत और त्योहारों की सूची लंबी है। इस मास को भगवान के काफी करीब माना जाता है। इसलिए इस माह पड़ने वाले त्योहारों को खास मानते हुए पूजा और आराधना करने से कष्ट दूर होते हैं। इस बार वैशाख मास का प्रदोष व्रत 13 मई को शुक्रवार के दिन पड़ रहा है। कहा जा रहा है कि इस दिन काफी खास योग होने से यह व्रत और खास होगा। इस दिन कई तरह के उपाय करने से भगवान प्रसन्न होंगे। आइए जानते हैं।
क्या है शुभ योग
प्रदोष का व्रत एक माह में दो बार आता है। यह काफी अच्छा व्रत माना जाता है। प्रदोष व्रत हमेशा शुक्ल और कृष्ण पक्ष में ही होता है और त्रयोदशी के दिन इसे मनाया जाता है। इसे भगवान शिव को समर्पित माना गया है। व्रत करने से भगवान शिव को खुश किया जाता है। इस बार का व्रत वैशाख मास का दूसरा व्रत है और यह शुक्रवार को होने के कारण इसे शुक्र प्रदोष भी कहा जाता है।
क्या करें उपाय
प्रदोष व्रत इस बार काफी अच्छे योग में बन रहा है जिसे सिद्ध योग कहा गया है। इस योग में व्रत करने से कार्यों में काफी सफलता मिलती है और पूजा करने से कष्ट दूर होते हैं। इस बार हस्त नक्षत्र भी पड़ रहा है। इसे भी शुभ माना गया है। इस बार प्रदोष व्रत के लिए 13 मई को शाम को सात बजे से लेकर में नौ बजे तक मुहूर्त है। इस दिन प्यार बढ़ाने और कष्टों को दूर करने के लिए एक उपाय करना अच्छा होगा। यह वास्तु और पितृ दोष भी दूर करने में मदद करता है। उसके लिए शुक्र प्रदोष के दिन खाना खाने की जगह पर य जहां भी वास्तुदोष हो वहां पर कपूर की दो टिकिया रखें और जब भी दो टिकिया गल जाए तो दूसरी नई रख दें। यह घर से निगेटिविटी दूर करेगा।
GB Singh