नई दिल्ली: केरल में 1 मई को दस्तक देने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार अपने तय समय से चार दिन पहले ही यानि 28 मई को केरल में कदम रखने वाला है। यह जानकारी मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट ने शनिवार को दी।
स्काईमेट के मुताबिक मानसून 20 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप पहुंच जाएगा। फिर इसके चार दिन बाद 24 मई को श्रीलंका और फिर आगे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी की तरफ जाएगा। स्काईमेट मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तनद्ध के उपाध्यक्ष ने बताया कि केरल में 28 मई को मानसून के आने की संभावना है।
इससे पहले 4 अप्रैल को भी स्काईमेट ने कहा था कि 2018 में मानसून के 100 फीसदी सामान्य रहने की संभावना है। इस साल स्काईमेट और भारतीय मौसम विभाग आईएमडी दोनों ने ही सामान्य मानसून की संभावना व्यक्त की है। इससे देश में सूखे जैसी कोई समस्या नहीं होगी। वहीं आईएमडी ने ये भी कहा था कि मानसून का लंबी अवधि एलपीए का औसत 97 फीसदी रहेगा जिससे मानसून अच्छा रहेगा।
इसके अलावा मौसम विभाग का कहना है कि 42 फीसदी संभावना है कि वर्षा सामान्य हो जबकि सामान्य से ज्यादा बारिश होने के 12 फीसदी आसार हैं। यानि देश में सामान्य बारिश होने के ज्यादा आसार हैं।
गौरतलब है कि साल 2016 और 2017 में भी मानसून सामान्य रहा था। वहीं इससे पहले साल 2002, 2004, 2009, 2014 और 2015 में देश को सूखे की मार झेलनी पड़ी थी। अगर इससे पहले के समय की बात की जाए तो साल 1970, 1975, 1983, 1988 और 1994 में देश ने बाढ़ का कहर झेला था। इस बार अच्छी बारिश से सरकार को भी अच्छी खेती की उम्मीद रहेगी।