लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों ने आज गन्ना समर्थन मूल्य बढ़ाने जाने के बाद भी विधानसभा के सामने जमा होकर प्रदर्शन किया। विधान भवन के सामने किसानों ने गन्ना जलाने के साथ ही कहा कि सरकार ने हमारे साथ मजाक किया है।
प्रदेश की राजधानी में विधान भवन के सामने एकत्र दो दर्जन से अधिक किसानों ने आज गन्ना जलाकर इसके समर्थन मूल्य पर अपना विरोध दर्ज कराया।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने कल गन्ने का समर्थन मूल्य 10 रुपया प्रति क्विंतल बढ़ा दिया। उसको लेकर किसानों का गुस्सा फूट गया। सरकार के फैसले के खिलाफ आज भारतीय किसान यूनियन के तमाम नेताओं ने विधान भवन के सामने गन्ने को जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया।
इस मौके पर बड़ी संख्या में किसानों ने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया। यहां पर किसानों के इस विरोध को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती थी। योगी सरकार ने गन्ना की समर्थन मूल्य को 10 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ा दिया है। प्रति किलो 10 पैसे की कीमत की बढ़ोत्तरी की गई है।
अब योगी सरकार गन्ना किसानों से गन्ना 305 रुपए प्रति क्विंतल की जगह 315 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। अब किसानों को 3.05 रुपए प्रति किलो की बजाए 3.15 रुपए प्रति किलो के हिसाब से गन्ने की कीमत मिलेगी। हालांकि गन्ना उद्योग ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
अब किसान सरकार के इस फैसले के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। भारतीय किसान यूनियन के नेता हरिनाम सिंह वर्मा ने कहा कि प्रति कुतंल 10 रुपए बढ़ोत्तरी कर किसानों के साथ सरकार ने भद्दा मजाक किया है। योगी सरकार का व्यवहार भी ठीक वैसा ही है जैसे पिछली सरकारों का व्यवहार रहा है। गन्ना मूल्यों के दामों में बढ़ोत्तरी महंगाई दर में बढ़ोत्तरी की तुलना में काफी कम हैं।