लखनऊ: यूपी सरकार जहां प्रदेश मे निवेश बढ़ाने के लिए इंवेस्टर समीट करने की कोशिश में लगी है। वहीं प्रदेश के किसान सरकार की नीतियों के खिलाफ है। आलू के 10 रुपये समर्थन मूल की मांग को लेकर आज किसानों ने लखनऊ में अजीबो-गरीब ढंग से विरोध प्रदर्शन किया।
शनिवार की सुबह जब राजधानी वासियों की आंख खुली और उनको गुजरना सीएम आवास, विधानसभ मार्ग और गर्वनर हाउस की तरफ से हुआ तो सड़क का हाल देख लोग दंग रह गये। किसानों ने विरोध में इन सड़कों पर आलू फेंक दिय थे। किसानों ने आलू सड़क पर कब और कैसे फेंक न तो पुलिस को पता चल सका और न ही प्रशासन को।
हैरानी वाली बात यह है कि इन सभी जगहों को 24 घंटे सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी रहती है। बावजूद इसके किसान कब सड़क पर आलू फेंक गये किसी को भनक तक नहीं लगी।
उधर गाडिय़ों के गुजरने की वजह से आलू दबकर खराब हो गये थे और सड़क पर गुजरने वालों को दिक्कत हो रही थी। कुछ ही देर में यह खबर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों तक पहुंच गयी।
आनन-फानन में नगर निगम का पूरा अमला सड़क पर बिखरे पड़े आलू हटाने में जुट गया। दरअसल किसानों को मंडी में आलू का 4 रुपए का रेट मिल रहा हैए जबकि ये लोग 10 रुपए प्रति किलो के हिसाब से आलू के रेट की मांग कर रहे हैं।