रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने एक बयान में कहा है कि मास्को को अभी भी यूक्रेन के साथ शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद है, हालांकि लड़ाई जारी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मंगलवार को क्रेमलिन में बैठक के दौरान पुतिन ने कहा कि रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच पिछले महीने इस्तांबुल, तुर्की में वार्ता काफी हद तक सफल थी। हालांकि बाद में यूक्रेन ने इस्तांबुल में हुए कुछ अस्थायी समझौतों को लेकर अपना रुख बदल लिया।
पुतिन ने जोर देते हुए कहा कि यूक्रेनी वार्ताकारों ने क्रीमिया की स्थिति और पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी क्षेत्रों के मुद्दे पर अपना पर पक्ष साफ नहीं किया। उन्होंने इसे दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच चर्चा के लिए छोड़ दिया। पुतिन ने आरोप लगाते हुए कहा कि यूक्रेन के रुख में बदलाव से भविष्य में होने वाली बातचीत अब मुश्किल हो गई है।
पुतिन ने मांग की है कि यूक्रेन क्रीमिया पर रूस की संप्रभुता को मान्यता दे, साथ ही शत्रुता को समाप्त करने के लिए भविष्य के समझौते के हिस्से के रूप में पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता की मान्यता दे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि इन मुद्दों को केवल भविष्य के राष्ट्रव्यापी वोट से ही तय किया जा सकता है।
मंगलवार की क्रेमलिन बैठक के दौरान, गुटेरेस ने यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई की आलोचना की और इसे अपने पड़ोसी की क्षेत्रीय अखंडता का एक प्रमुख उल्लंघन बताया। उन्होंने रूस से रूसी सेनाओं से घिरे मारियुपोल में एक विशाल स्टील मिल में फंसे नागरिकों को निकालने की अनुमति देने का भी आग्रह किया।
पुतिन ने यह दावा करते हुए जवाब दिया कि रूसी सेना ने अजोवस्टल स्टील प्लांट में छिपे हुए नागरिकों को मानवीय गलियारों की पेशकश की है। उन्होंने आरोप लगाया कि संयंत्र के यूक्रेनी रक्षक नागरिकों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे और उन्हें छोड़ने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।