लखनऊ। चंद रोज पहले यूपी के रायबरेली जेल में बंद अपराधी अंशु दीक्षित का वीडियो वायरल होने के बाद जेल की सुरक्षा-व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गयी थी। इस वीडियो के बाद जेल से जुड़े अधिकारियों पर गाज भी गिरी थी। रविवार को इसी क्रम में यूपी के कई जनपदों की जेल में अचानक छापेमारी की गयी।
रविवार देर रात लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, फैजाबाद, नैनी और अलीगढ़ समेत कई जेलों में आकस्मिक छापामारी की गई। अचानक हुई छापामारी के चलते कैदियों में हड़कंप मच गया। जेलों के बैरकों में सघन तलाशी ली गई। छापे में कई आपत्तिजनक चीजें मिलने की सूचना है। इस छापामारी में जिला प्रशासन को शामिल नहीं किया गया।
जेलों में अपराधियों को सुविधाएं मुहैया कराने और मोबाइल के उपयोग जैसी सूचनाएं लगातार मिलती रही है। कई अपराधी जेलों से घटनाओं को भी अंजाम दे रहे हैं। बागपत जेल में तो एक बड़े अपराधी की हत्या भी हो चुकी है। इसे देखते हुए एसटीएफ जेल से गिरोह चलाने वाले शातिर अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रख रही है।
इसके साथ ही एसटीएम ने कारागार विभाग को भी कई बिंदुओं पर अमल करने की सलाह दी है। प्रदेश में पिछले एक अरसे में होने वाली कई वारदातों की तफ्तीश में पता चला कि वारदात जेल में बंद अपराधी के इशारे पर हुई है। इसके बाद एसटीएफ ने पिछले कुछ समय से ऐसे बदमाशों पर नजर रखनी शुरू कर दी। एसटीएफ प्रदेश की कई जेलों में बंद बदमाशों की सूची तैयार कर समय.समय पर उसे अपडेट करती है।