कोरोना के बाद से रेलवे को लेकर लोगों में वैसे ही नाराजगी है और रही सही कसर हर पल बदलते नियमों ने पूरी कर दी है। अभी तक खाने और प्लेटफार्म को लेकर समस्या आ रही थी। अब बताया जा रहा है कि रेलवे जल्द ही कुछ रेलों का किराया बढ़ा सकता है। आठ सालो में रेल किराए में बढ़ोतरी की काफी खबरें आ चुकी हैं, जबकि इससे पहले की सरकारों में रेल किराए में बढ़ोतरी को काफी हद तक कम किया गया था। रेलवे यात्रियों से कितना अतिरिक्त किराया लेने वाला है। आइए जानते हैं।
15 अप्रैल से वसूलेगा अधिक किराया
जो जानकारी मीडिया में है उसके मुताबिक, रेलवे की ओर से डीजल इंजन से चलने वाली लंबी दूरी की रेलों में किराया बढ़ाया जाएगा। यह यात्री किराया 15 अप्रैल से बढ़ा हुआ लोगों को मिलेगा। जब वे अपनी टिकट बुक कराएंगे तो रेल यात्रा में यह किराया बढ़ाकर लगयाा जोगा। बताया जा रहा है कि यात्रियों से 10 से 50 रुपए तक अतिरिक्त चार्ज वसूला जाएगा। यह हाइड्रोकार्बन सरचार्ज के नाम पर हो सकता है। डीजल के अधिक उपयोग को रोकने के लिए रेलवे का काम कर रहा है, आगे कई ट्रेनें बिजली से चलने वाली ही होंगी।
कैसे बढ़ेगा किराया
अगर आप डीजल गाड़ी में एसी क्लास बुक कराते हैं तो 50 रुपए तक किराया अतिरिक्त देना होगा। स्लीपर बुक कराते हैं तो 25 और जनरल बुक कराते हैं तो 10 रुपए अतिरिक्त किराया देना होगा। हालांकि बताया जा रहा है कि उपनगरीय रेल यात्रा के टिकट पर इस तरह का अतिरिक्त बोझ नहीं डाला गया है। बोर्ड की ओर से सभी जोन को कहा गया है कि वे ऐसी रेलगाड़ियों की पहचान भी कर लें ताकि उनके किराए में संशोधन हो सके जो तय दूरी पर 50 फीसद डीजल से चल रही हों। यह 15 अप्रैल से लागू हो जाएगा। बता दें कि डीजल की बढ़ती कीमतों और रूस व यूक्रेन के युद्ध की वजह से लगातार ईंधन के दामों में तेजी बनी हुई है और अनिश्चितता भी जारी है।
GB Singh