भारतीय रेलवे में कई तरह की छूट दी जाती है। भारतीय नागरिकों को यह छूट काफी लंबे समय से चली आ रही थी, लेकिन कोरोना के कारण मौजूदा केंद्र सरकार को कुछ छूट रोकनी पड़ी। अब कोरोना के लगभग कम होने के बाद भी इन सेवाओं और छूट को दोबारा शुरू करने का मामला खटाई में पड़ता नजर आ रहा है। इसी में एक छूट बुजुर्गों को टिकट में मिलने वाली रियायत थी। लेकिन रेल मंत्री की ओर से संसद में इस बारे में जवाब दे दिया गया है। जवाब बुजुर्गों के लिए काफी दुखद है, क्योंकि यह छूट की सुविधा अब बंद हो सकती है। आइए जानते हैं।

कब से बंद है सुविधा
रेलवे की ओर से देश के वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट में कुछ फीसद की छूट दी जाती है। यह छूट कोरोना के समय में बंद कर दी गई थी। अब यह शुरू होगी कि नहीं इसको लेकर तमाम बुुजुर्ग रेलवे की ओर से जवाब आने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन अब बताया जा रहा है कि सरकार की ओर से यह योजना फिर से नहीं शुरू की जाएगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से संसद में बताया गया कि किराए में छूट की योजना फिलहाल नहीं है। वरिष्ठ नागरिकों को करीब 50 से 55 फीसद तक की छूट कोरोना से पहले रेल टिकट पर मिलती थी जो दो साल से बंद है।
जबकि बढ़ रहे हैं यात्रा करने वाले
कोरोना काल में घर से बाहर न निकलने वाले बुजुर्ग जब बीमारी थमी तो बाहर निकलकर थोड़ा घूम रहे हैं। पिछले दिनों संसद में जो जवाब आया उसमें पता चला है कि भले ही बुजुर्गों की सुविधा छीन ली गई हो लेकिन अब भी वे यात्रा कर हे हैं। एक साल के अंदर 2020 ले 2021 तक करीब 1.87 करोड़ से अधिक बुुजुर्ग नागरिकों ने ट्रेन में सफर किया है और 2021 और 2022 में 4.74 करोड़ बुजुर्ग यात्री रेल में बैठे। इसके बाद भी बुजुर्गों के लिए कोई राहत नहीं दी जाएगी।
GB Singh
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