रावण के बारे में आप सभी अच्छी तरीके से जानते हैं। रावण एक विद्वान प्रतापी और मायावी बलवान राजा था। लेकिन रावण के घमंड को सोने की लंका को भस्म कर दिया गया। हालांकि उसकी पत्नी बार-बार रावण को समझाती रही और बताती रही कीजिए आप के पतन का कारण बन सकता है। लेकिन रावण उसकी वह गलती थी माता सीता का हरण करना। आज हम जानेंगे रावण के वह कौन से सत्य हैं जो आज भी याद किए जाते हैं। उससे पहले जानेंगे कि रावण की कहां पर होती है पूजा।
रावण की कहीं पूजा की जाती है वह स्थान कौन सा है आपको बताएंगे। हरदोई एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर रावण की पूजा की जाती है वहां लंका दहन नहीं किया जाता रावण को नहीं जलाया जाता है।
रावण ने कही थी महिलाओं के बारे में यह सत्य बातें
साहस
रावण ने कहा था कि महिलाओं में साहस तो होता है लेकिन अपने बल का प्रयोग वह गलत तरीके से करते हैं।
झूठ बोलती हैं
रावण ने स्त्रियों के बारे में बात करते हुए बोला था कि स्त्रियां अक्सर झूठ बोला करती हैं क्योंकि वह कोमल हृदय की होती है और अक्सर अपनी बातें छुपाने के लिए झूठ बोल देते हैं यही कारण रहता है कि बुराई का एक वजह बन जाती है।
अस्थिर और चंचल
महिलाओं का स्वभाव स्थिर होता है और चंचल होता है। इसलिए उनके मन को समझ पाने में स्वयं भगवान को भी मुश्किल होती है।
स्वार्थी और मायावी
महिलाएं जिद्दी होती है स्वार्थी होती हैं और अपनी जिद को पूरा कराने के लिए वह कहानियां भी करने लगती हैं और अपने मोह में खेल कर व्यक्ति से कुछ भी करवा सकती हैं।
घबरा जाना
हालांकि महिलाएं साहसी होती है लेकिन विकट परिस्थितियों को देखते ही वह घबरा जाती हैं
मूर्ख होती है महिलाएं
रावण ने कहा था कि महिलाएं मूर्ख होती हैं क्योंकि वह आवेश में आकर कोई भी गलत निर्णय ले लेती है जिसका अहसास उन्हें बाद में होता है।
नहीं आती दया
महिला जितनी कोमल ह्रदय की होती है उतनी ही ज्यादा कठोर है दादी बन जाती है यदि उनकी नजर में कोई व्यक्ति उतर जाए तो व्यक्ति माफी मांगने पर भी आसानी से उन्हें माफ नहीं करती।
अपवित्र
रावण ने स्त्रियों के बारे में यह भी कहा था कि अपवित्र होती है क्योंकि कपड़े से गहनों से वह खुद को सजाए रखें यह कोई बात नहीं लेकिन मन की वह पवित्र नहीं मानी जाती। वह साफ सफाई का ज्यादा ध्यान नहीं रखती हैं यही कारण है कि महिलाओं को अपवित्र कहा था रावण ने।