क्रिप्टो करेंसी को लेकर लोगों में अभी दुविधा है। कुछ लोग इसे सही मान रहे हैं तो कुछ लोग सरकार के आदेशों का इंतजार कर रहे हैं। क्रिप्टो करेंसी को लेकर अभी तक सरकार की ओर से भी कोई दिशा निर्देश जारी नहीं हुआ है, लेकिन लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। अब आरबीआई यानी भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर की ओर से क्रिप्टो करेंसी को लेकर बयान आया है। उन्होंने इस पर पाबंदी लगाने को सही ठहराया है। उनका कहना है कि यह देश के लिए सही नहीं। आइए जानते हैं उन्होंने और क्या कहा।
पोंजी स्कीम से बुरा हाल
देश में पोंजी स्कीम की हालत सभी को पता है। काफी लोग इसमें बहुत बर्बाद हुए है। आरबीआई के डिप्टी गर्वनर टी रवि शंकर ने बताया कि यह क्रिप्टो करेंसी भी पोंजी स्कीम से भी बुरा हाल करेगी। उन्होंने कहा कि इससे देश की संप्रुभता पर भी असर पड़ सकता है। डिप्टी गर्वनर ने कहा कि क्रिप्टो टेक्नोलॉजी सरकार के नियंत्रण से बचने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाती है।
प्रतिबंध लगाना क्यों सही
टी रवि शंकर कहते हैं कि क्रिप्टो करेंसी सरकार की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने की तमाम प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकती है। यह मुद्रा प्रणाली के साथ ही मौद्रिक प्राधिकरण और बैंक प्रणाली तक पर असर डाल सकती है। उन्होंने यह बातें भारतीय बैंक संघ के 17वें वार्षिक बैंक प्रौद्योगिकी सम्मेलन में कही है। उन्होंने कहा कि तमाम चीजों को देखने के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया है कि प्रतिबंध लगाना सही है और यह भारत के पक्ष में है। टी रवि शंकर ने तो क्रिप्टो करेंसी को देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा बता दिया है। उन्होंने कहां कि इससे भारत की आर्थिक और वित्तीय स्थिरता पर भी संकट आ सकता है।
GB Singh