आज के समय में इंटरनेट के बिना किसी भी चीज की कल्पना करना मुश्किल है। घर के बाहर जाना हो या फिर घर में रहना हो कुछ चीजों को आसान इंटरनेट ने बनाई है तो कुछ को मुश्किल। वैसे आज आपके सुबह उठने से लेकर रात में सोने और मनोरंजन व पढ़ने व काम के लिए भी इंटरनेट बहुत उपयोगी हो गया है। ऐसे में अगर आप कुछ खरीदते हैं तो आपको भुगतान भी इंटरनेट से करना होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि आरबीआई यानी रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने यूपीआई आधारित एक ऐसा भुगतान उत्पाद तैयार करने की योजना बनाई है जो बिना इंटरनेट के भी उपयोग हो सकेगा। आइए जानते हैं।
44 करोड़ लोगों को होगा फायदा
भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई की ओर से जो उत्पाद लांच किया जा रहा है वह 44 करोड़ मोबाइल उपयोग करने वाले लोगों के लिए काफी सहायक हो सकता है। पिछले दिनों आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास ने यह नई सेवा की शुरुआत करते हुए इसकी जानकारी दी। बताया कि इसका इस्तेमाल करना बेहद सुरक्षित है और लोग डिजिटल तरीके से भुगतान कर पाएंगे। इसमें इंटरनेट की जरूरत नहीं होगी। यह सेवा साधारण फोन से भी अच्छा काम करेगी।
यूपीआई 123पे है नाम
अभी तक यूपीआई सेवा सिर्फ स्मार्टफोन पर ही मिलती है लेकिन अब थोड़ा कमजोर तबके के लोग भी अपने साधारण फोन से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे। गांवों में यूपीआई लेनदेन अभी तक 76 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है इसका मतलब है कि लोग इसका उपयोग कर रहे हैं। यह पिछले वित्तीय वर्ष में करीब 41 लाख करोड़ रुपए के आसपास थी। यह सौ लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने का लक्ष्य है। जानकारी के मुताबिक अभी भी देश में करीब 40 करोड़ लोगों के पास साधारण पोन है। ऐसे में यह इसका उपयोग करेंगे। इसमें चार तरह की तकनीक होगी जिसपर काम करेगी। यह आइवीआर नंबर, ऐप, मिस्डकॉल, और ध्वनि सुनकर भुगतान करना शामिल होगा। इसका उपयोग किसी को भुगतान करने, बिल भरने, फास्टटैग में कर सकते हैं। डिजिटल भुगतान के लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू की गई है।
GB Singh