भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन से जुड़े दिशा-निर्देशों में गुरुवार को छूट देने का एलान किया। अब बैंक आभूषण के बदले ज्यादा लोन दे सकेंगे। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में लिए गए अहम फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि गोल्ड लोन के संदर्भ में नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक सोने के मूल्य के 90 फीसद तक का कर्ज मिल सकता है। इससे पहले के गाइडलाइंस के मुताबिक सोने के मूल्य के 75 फीसद तक की राशि का लोन मिल सकता था। कोरोनावायरस महामारी के इस दौर में सोने से जुड़े लोन अधिक पॉपुलर हो रहे हैं क्योंकि इन्हें किसी भी अन्य लोन के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। 
दास ने गुरुवार को कहा कि RBI को चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी में संकुचन का अनुमान है क्योंकि महामारी की वजह से दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ा है। इस वजह कर्ज के भुगतान को लेकर तमाम तरीके की आशंका पैदा हो गई हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक गोल्ड फाइनेंस करने वाली कंपनी Muthoot Finance को चालू वित्त वर्ष में अपने गोल्ड लोन बिजनेस में 15-20 फीसद की वृद्धि की उम्मीद है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर जॉर्ज एलेक्जेंडर मुथूट ने कहा कि कोरोनावायरस का गोल्ड पोर्टफोलियो पर असर पड़ने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा, ”गोल्ड लोन कम अवधि के लिए लिया जाने वाला लोन होता है। वर्किंग कैपिटल से जुड़ी जरूरत को पूरा करने के लिए यह उपयुक्त होता है। छोटे कारोबारी अपना कामकाज दोबारा शुरू करना चाहते हैं इसलिए वे हमारे पास गोल्ड लोन के लिए आ रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी ने कोरोनावायरस महामारी को देखते हुए हाल में Loan@Home की सुविधा शुरू की है।
उल्लेखनीय है कि देश में गोल्ड लोन देने वाली फाइनेंस कंपनियों के अलावा कई सरकारी और निजी बैंकों ने भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए गोल्ड लोन पर कई तरह के प्रमोशनल ऑफर्स की पेशकश की है।
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