आरडी को बनाए अपना इमरजेंसी फंड, कभी भी आएगा काम

महीने के बीच में अचानक से कोई बड़ा खर्चा आ जाए तो हाथ पैर ढीले हो जाते हैं। लोग सोच में पड़ जाते हैं कि अब कहां से इंतजाम करें। किसी से उधार मांगे या फिर कुछ और। इसी तरह अगर बीच में कभी घर शिफ्ट करना पड़े या कुछ जरूरी बड़ी खरीदारी करनी हो तो भी ये परेशानी सामने आना लाजिमी है। इसलिए हमेशा बचत का पावर बैकअप बनाकर चलना चाहिए।

आपको इसके लिए अपनी एफडी तुड़वाने या फिर कोई और बचत को रोकने की जरूरत नहीं है, बस जरूरत है सूझबूझ की और सही जगह बचत करने की। आपको आज ऐसी ही बचत के बारे में बताएंगे जो आरडी यानी रिकरिंग डिपॉजिट के माध्यम से आपका इमरजेंसी फंड बनेगा। आइए जानते हैं कैसे।

रिकरिंग डिपॉजिट यानी आरडी
रिकरिंग डिपॉजिट यानी आरडी बैंकों में खुलवाया जाने वाला एक बचत खाता है। इसके माध्यम से बैंक में हर महीने एक निश्चित राशि जमा होती है। यह राशि चाहे तो आप अपने वेतन से कटवा सकते हैं या फिर बचत खाते ही रकम से। आप जमा भी कर सकते हैं। आरडी पर बैंक आपको ब्याज देता है। यह ठीक उसी तरह है जैसे आप अपने घर में बचत करते हैं गुल्लक में। बस अंतर इतना है कि आपको गुल्लक कभी ब्याज नहीं देता, लेकिन आरडी आपको बचत के साथ मुनाफा भी देता है। कोई भी व्यक्ति इसका खाता किसी भी बैंक, पोस्टआॅफिस या छोटे वित्तीय बैंक में खुलवा सकता है। इसमें न्यूनतम 100 रुपये महीने जमा कर सकते हैं और अधिकतम जितना चाहे उतना।

कैसे देगा इमरजेंसी में फायदा
आरडी में जमा रकम आपका पावर बैकअप है। जैसे आपको किसी महीने घूमने के लिए जाना है या फिर घर के लिए कोई जरूरी खरीदारी करनी है। इसके अलावा परिवार में किसी की शादी या कोई फंक्शन में गिफ्ट देना है तो उसके लिए आपकी चिंता आरडी खत्म करता है। इसको कभी भी कैसे भी यूज कर सकते हैं। जब हर महीने आपकी छोटी सी रकम बैंक में एक कोने में जमा हो रही होगी और उस पर आपका ध्यान नहीं जाएगा, लेकिन जब यही रकम बड़ी होकर आपके काम आएगी तो आपकी चिंता दूर हो जाएगी। आप चाहे तो आरडी को पूरा करके इसकी एफडी करा सकते हैं। फिर नए सिरे से दूसरी आरडी शुरू कर सकते हैं।

क्या है बैंक का ब्याज हिसाब किताब
छोटे वित्तीय बैंक, पोस्ट आॅफिस और बड़े बैंकों से अधिक ब्याज देते हैं। अधिकतर बैंक में आप 6 महीने से 10 साल के लिए खाता खुलवा सकते हैं। वहीं पोस्ट आॅफिस में 5 साल के बाद मैच्योर होता है जिसे और आगे बढ़ाया जा सकता है। चार बैंक जो आरडी पर 8.5% तक सालाना ब्याज देते हैं।
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक 24 से 36 महीने पर जमाकर्ताओं को 8 फीसद सालाना ब्याज की दर से देती है। बैंक 9 महीने तक में 6.5 से 7.25 फीसद ब्याज देती है। जबकि 12 महीने, 15 महीने, 18 महीने और 24 महीने के फऊ पर बैंक 7.25 फीसद ब्याज देती है।
जन स्मॉल फाइनेंस बैंक सबसे अधिक ब्याज 36 से 60 महीने पर देती है। बैंक इस अवधि के फऊ पर 7.25% इंटरेस्ट देती है। सुर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक 5 साल पर 7.25 फीसद देती है। नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक 2 साल पर सबसे अधिक 7.50 फीसद ब्याज देती है। इसके अलावा कई अन्य प्रकार के बैंक और पोस्ट आॅफिस भी हैं जो ब्याज देते हैं लेकिन उसकी दर स्माल बैंक जितनी नहीं है।

–GB Singh

 

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