मौजूदा समय में मार्केट कैपिटल के हिसाब से देश की कंपनियों के बीच सबसे बड़ी कंपनी होने का तमगा लिए रिलायंस इंडस्ट्री ने अपनी सालाना आम बैठक यानी एनुअल जनरल मीटिंग कर दी है। बैठक को कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने संबोधित किया और उन्होंने कोरोना में आई आपत्ति, अपनी कंपनी की ग्रोथ, सहयोग और नई लांचिंग के बारे में विस्तार से बताया। वार्षिक बैठक के दौरान दिन भर शेयर बाजार में हलचल दिखती रही। लोगो को इस बैठक का बेसब्री से इंतजार था, क्योंकि हर कोई रिलायंस की कई क्षेत्रों में नई शुरूआत और नए उत्पाद को देखना चाहते थे। इसलिए इस बैठक को यूट्यूब पर भी खूब देखा गया। कोरोना में भी रिलायंस की आय कैसे बढ़ी और ये इतने अमीर व्यक्ति कैसे बने ये भी आप एनुअल बैठक में रखे गए एजंडे से जान सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि देश की बड़ी कंपनी ने अपनी सालाना बैठक में आम ग्राहकों के लिए अपने पिटारे से क्या निकाला है।
नौकरी देने का दावा
इस बैठक की सबसे खास बात यह रही कि कंपनी की ओर से इस महामारी के समय में लोगों को उम्मीद की रौशनी दिखाई। कंपनी की ओर से अगले तीन साल में दस लाख लोगों को नौकरी देने का दावा किया गया। यह खबर बाजार में आते ही रिलायंस के शेयर काफी जबरदस्त छलांग लगाई। मुकेश अंबानी की ओर से बताया गया कि रिलायंस रिटेल ने पिछले एक साल में कोरोना महामारी के दौरान भी लोगों को नौकरी देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कंपनी की ओर से 65000 लोगों को नई नौकरी दी गई है। इस तरह कंपनी में कर्मचारियों की संख्या दो लाख के पार निकल गई है। उन्होंने बताया कि कंपनी रिसर्च, डिजाईन और उत्पाद कैपिबिलिटी में निवेश करेगी। साथ ही आपूर्ति शृंखला उद्योग को भी बढ़ाएंगे। इससे नौकरी बढ़ेंगी।
बंदी में भी खोले नए स्टोर्स
कोरोना काल में जहां देश में कई स्टोर्स और कंपनियां अपना बोरिया बिस्तर समेट रही थीं वहीं रिलायंस ने दावा किया कि उसने बाजार में नए स्टोर खोले। मुकेश अंबानी ने बैठक में बताया कि कोरोना के बावजूद 1500 नए स्टोर खोले गए हैं और यह कंपनी के रिटेल बिजनेस का सबसे बड़Þा विस्तार किया गया है। अब रिलांयस स्टोर की संख्या साढ़े 12 हजार से अधिक हो गई है। उन्होंने यह भी बताया कि इनकी पहुंच दूर-दूर तक है और हर आठवां भारतीय रिलायंस रिटेल से खरीदारी कर रहा है। आगे भी और स्टोर खोलने की योजना है। साथ ही कपड़ों के व्यापार में भी सालाना 18 करोड़ यूनिट की बिक्री हुई। एक साल में 150 शाहरों में तीन लाख से ज्यादा दुकानदार और व्यापारियों ने जियोमार्ट की मदद ली।
जियो का क्या हुआ
देश के 40 करोड़ लोगों के हाथ में जियो का नेटवर्क देने वाले रिलायंस कंपनी के चेयरमैन ने बताया कि जियो का परफारमेंस बढ़िया रहा। जियो एक ऐसी कंपनी पहली बार बनी जिसके किसी देश में 40 करोड़ से ज्यादा उपयोगकर्ता हैं। अगर चीन को छोड़ दें तो। आज जियो दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल डेटा हैंडल करने वाली कंपनी है। साथ ही उन्होंने कहा कि जियो का नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा है। बता दें कि अब रिलायंस 5जी तकनीक पर काम कर रहा है और मुंबई में इसका परीक्षण शुरू भी हो गया है। जियो सबसे बड़ी डिजिटल कंपनी बनी। इसका राजस्व 86.493 करोड़ रहा। पिछले साल तीन करोड़ से ज्यादा ग्राहक जोड़ और 22 सर्किल में देश में 19 में जियो टॉप पर है।
और क्या कर रही है कंपनी
कंपनी की ओर से 4गीगा फैक्टरी बनाने की योजना पर काम चल रहा है। ये संयंत्र न्यू एनर्जी इकोसिस्टम के तहत काम करेगा। इस पर 60 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का खर्च आएगा। कंपनी सोलर एनर्जी प्रोडक्शन के लिए भी संयंत्र लगाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हर कर्मचारी के साथ वे खड़े रहे। कंपनी ने एक साल में 75 हजार लोगों को नौकरी दी। कंपनी की नीता अंबानी ने बताया कि कोविड से लड़ने के लिए बी कमपनी काम कर रही है। मुंबई में 250 बेड वाला बिस्तर कोरोना पीड़ितों के लिए बनाया गया। मिशन अन्न सेवा के तहत लोगों को अन्न बांटा गया और जरूतमंदों को भोजन कराया।
सरकार की भी भरी झोली