कराची: पाकिस्तान में आम चुनावों के लिए मतदान हुए। 272 संसदीय सीटों पर वोटों की गिनती जारी है। संसदीय चुनावों के साथ ही प्रांतीय चुनावों के लिए भी मतदान हुए। आम चुनाव के परिणाम में इमरान खान की लहर में कई दिग्गज ढेर हो गए हैं। देर रात तक पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ यानि पीटीआई रुझानों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। हालांकि अभी तक पाकिस्तान की हंग असेंबली बनती हुई दिख रही है।
अभी तक आए रुझानों में इमरान खान की पार्टी पीटीआई 113 सीटों पर आगे चल रही है। नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल.एन 64 सीटों पर आगे है तो पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी पीपीपी 43 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा 54 सीटों पर अन्य उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। कुल 272 सीटों में 267 सीटों के रुझान अबतक सामने आए हैं।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य होते हैं जिनमें से 272 को सीधे तौर पर चुना जाता है जबकि शेष 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं। आम चुनावों में 5 फीसदी से ज्यादा वोट पाने वाली पार्टियां इन आरक्षित सीटों पर समानुपातिक प्रतिनिधित्व के हिसाब से अपने प्रतिनिधि भेज सकती हैं। हालांकि वर्तमान में कोई पार्टी तभी अकेले दम पर सरकार बना सकती है जब उसे 137 सीटें हासिल हो जाए।
इससे पहले बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा के भूसा मंडी क्षेत्र में तामीर ई नोऊ एजुकेशन कॉम्पलेक्स स्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र के बाहर पुलिस वैन के समीप इस्लामिक स्टेट आईएस के आत्मघाती हमलावर ने बम विस्फोट कर दियाए जिसमें 31 लोगों की मौत हो गईए जबकि 60 घायल हो गए। मृतकों में 5 पुलिसकर्मी और 2 नाबालिग भी शामिल हैं।
ये मतदान केंद्र संवेदनशील घोषित की गई एन.260 सीट का हिस्सा था। इसके अलावा अन्य घटनाओं में भी चार लोगों की मौत हो गई। देशभर में 85 हजार केंद्रों पर सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान हुआ। नेशनल असेंबली की 272 सीटों और चार राज्य विधानसभाओं के लिए हो रहे चुनाव में मतगणना भी तत्काल शुरू करा दी गई थी। विपक्षी दलों ने इमरान को जिताने के लिए पाकिस्तानी सेना पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया।
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल.एन की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने मतगणना की प्रक्रिया पर ऐतराज जताया और आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के एजेंटों को जबरन बहुत सारी जगह पर मतगणना केंद्रों से बाहर करने के बाद बंद दरवाजे के पीछे फार्म.45 में छेड़छाड़ कर गड़बड़ी की जा रही है। इससे पहले मतदान के दौरान भी सेना पर बहुत सारे केंद्रों से पार्टी एजेंटों को बाहर कर देने तथा मीडिया को भी अंदर प्रवेश नहीं करने देने के आरोप लगे थे।