उत्तर प्रदेश के उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज अपने बयान को लेकर एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ पच्चकुला स्थित सीबीआई कोर्ट में आए फैसले के बाद देश के कई हिस्सों में जहां हिंसा भड़की हुई है वहीं राजनीतिक दलों के नेताओं से ये उम्मीद की जा रही है कि वे लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करेंगे, लेकिन यहां तो भाजपा सांसद ने राम रहीम ही खुलकर पक्ष ले लिया है।
भारतीय संस्कृति को बदनाम करने का षडयंत्र
साक्षी महाराज ने कहा गुरमीत राम रहीम के खिलाफ बस एक ही महिला ने दुष्कर्म के आरोप लगाए हैं। जबकि लाखों-करोड़ों लोग उनके पक्ष में खड़े हैं तो एक सही है या करोड़ों सही है। उसको लेकर इतना बड़ा बवाल हो रहा है। लॉ एन ऑर्डर की स्थिति खराब है। लोग मर रहे हैं। क्या इसे नहीं देखना चाहिए। साक्षी महाराज ने पूरे घटनाक्रम को भारतीय संस्कृति के खिलाफ साजिश करार दिया है।
उन्होंने कहा कि वे कोर्ट का सम्मान करते हैं, लेकिन कोर्ट ने केवल एक महिला को सुना, जबकि राम रहीम के करोड़ों अनुयायियों को अनसुना कर दिया, जो उन्हें भगवान मानते हैं। उन्होंने यहां तक कहा कोर्ट ने राम रहीम जैसे सीधे-साधे इंसान को बुला लिया।
उन्होंने यह भी कहा कि कर्नल पुरोहित के साथ क्या हुआ, प्रज्ञा भारती ठाकुर के साथ क्या हुआ, ये योजनाबद्ध तरीके से हुआ था। यह भारतीय संस्कृति को बदनाम करने का षड्यंत्र है। कहा कि मेरा विचार है कि माननीय न्यायालय को इस बात को गंभीरता से लेना चाहिए। इतना नुकसान हो गया है और ज्यादा नुकसान न हो। ज्यादा घटनाएं घटती हैं तो उसके लिए डेरा के लोग ही नहीं न्यायालय भी जिम्मेदार होगा।
जामा मस्जिद का इमाम कोर्ट का रिश्तेदार है क्या
साक्षी महाराज ने आगे कहा- ”लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति ख़राब हो गई। लोग मर रहे हैं, दंगे हो रहे हैं। जामा मस्जिद के इमाम को हाईकोर्ट क्यों नहीं बुला लेता है। वो कोई रिश्तेदार लगता है क्या? राम रहीम तो सीधे साधे है तो बुला लिया और जामा मस्जिद के इमाम को नहीं बुला सकते। कितने केसों में वो वांछित है। कहीं न कहीं प्रश्न चिन्ह तो खड़ा होता है।”
एक तरफ साक्षी महाराज ने ये बात कही कि वे कोर्ट का सम्मान करते हैं तो वहीं उन्होंने जामा मस्जिद के इमाम को रिश्तेदार तक कह डाला। उनके बे-सिर पैर बयान को लेकर वे एक बार फिर से विवादों में आ गए हैं।
इससे पहले भी साक्षी महाराज ने कई बार विवादित बयान दिए हैं, जिन पर उन्हें नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं। उन पर पुलिस में भी मामले दर्ज किए जा चुके हैं। बता दें कि शुक्रवार को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को दुष्कर्म के एक मामले में दोषी करार दिया है। कोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में डेरा समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया। इन जगहों हुए हिंसक प्रदर्शन में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 250 से ज्यादा घायल हुए है। डेरा समर्थकों ने करोड़ों रुपये की निजी तथा सरकारी संपत्ति को भी आग के हवाले कर दिया है। हिंसक हुई भीड़ ने मीडियाकर्मियों पर भी हमला बोला