बिहार: राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की तबियत ठीक नहीं है। राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के कार्डियोलोजी विंग में भर्ती लालू प्रसाद को हर दिन लगभग 44 यूनिट इंसुलिन दिया जा रहा है। इसके बावजूद उनका शुगर लेवल कम नहीं हो रहा है।
बता दें कि लालू को 30 अप्रैल को अचानक दिल्लीी के एम्स से यह कह डिस्चार्ज कर दिया गया था कि वह अब ठीक हैं।
उनका एम्स में लगभग एक महीने तक इलाज चला था जिसमें किडनीए शुगर और दिल से जुड़ी बीमारियों का इलाज किया गया था। बताया जा रहा है कि एम्स में उनका शुगर स्तर कुछ नियंत्रित था जब से वह रिम्स पहुंचे हैं लाख कोशिशों के बाद उनका शुगर लेवल कम होने का नाम नहीं ले रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि उनका फास्टिंग शुगर लेवल 214 था। खाने के बाद का शुगर लेवल भी मानक से काफी अधिक दर्ज किया गया है।
डॉक्टरों का मानना है कि जब से लालू प्रसाद यादव एम्स से आएं हैं उनका इंसुलिन बदला गया था। इंसुलिन का डोज बदलने के बाद 40 यूनिट से शुरू किया गया था।
बाद में धीर-धीरे इसकी डोज बढ़ायी गयीए 40 से 42 और उसके बाद 44 यूनिट किया गया है लेकिन फिर भी उनका शुगर स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें कि शुगर का स्तर अगर यूंही बढ़ता रहा तो लालू के लिए खतरा हो सकता है।
मानक से लगातार बढ़ा हुआ शुगर स्तर कई बीमारियों का जनक हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार इंसुलिन का डोज बढ़ा कर दिए जाने से मरीज हाइपोग्लेसिमिया में चला जाता है इससे बेहोशी की नौबत आ जाती है। ऐसे में मरीज के हालात को देखते हुए ही दवा दी जाती है। बता दें कि लालू प्रसाद की तबियत लगातार बिगड़ रही है।