रूसी सेना ने बीते 24 घंटों की कार्रवाई में विभिन्न स्थानों पर कुल 600 यूक्रेनी सैनिकों और लड़ाकों को मारने का दावा किया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस दौरान मिसाइल हमले में मध्य यूक्रेन में बनी कानातोवो हवाई पट्टी और वहां लगे उपकरणों को नष्ट किया गया। दक्षिण यूक्रेन के शहर मीकोलईव में बने शस्त्रागार को भी रूसी मिसाइलों ने नष्ट कर दिया है। इस शस्त्रागार में विदेशी हथियार होने के संकेत मिले थे।
डोनबास में रूसी सेना के 11 हमले विफल
यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि गुरुवार को उसने रूस के कब्जे में चले गए दक्षिण के कई इलाके वापस छीन लिये। छीने गए इलाके खेरसान और मीकोलईव के हैं। इसी के साथ पूर्वी यूक्रेन के डोनबास में रूसी सेना के 11 हमले विफल कर दिए गए। डोनबास में रूसी हमलों में पांच नागरिक मारे गए हैं और 25 घायल हुए हैं। इन हमलों में कई घरों और स्कूलों को नुकसान हुआ है।
अजोवस्टाल स्टील फैक्ट्री में भीषण जंग
मारीपोल की अजोवस्टाल स्टील फैक्ट्री के भीतर आमने-सामने की लड़ाई जारी है। बुधवार देर शाम रूसी सैनिक फैक्ट्री परिसर में घुस गए थे। वहां पर सुरंगों में छिपे यूक्रेनी सैनिकों और लड़ाकों से उनका मुकाबला चल रहा है। जबकि रूसी सेना ने स्टील फैक्ट्री पर हमले से इन्कार किया है। रूसी सेना ने कहा है कि राष्ट्रपति पुतिन ने फैक्ट्री पर हमला न करने का निर्देश दिया है, उनके निर्देश का पूरी तरह से पालन हो रहा है। बुधवार रात को डेनिप्रो में एक रेल प्रतिष्ठान पर हमला हुआ। इसके अतिरिक्त कीव के नजदीक चेरकासी और जपोरीजिया में भी मिसाइल हमला होने की खबर है।
जेलेंस्की ने की नागरिकों की निकासी की अपील
मारीपोल की अजोवस्टाल स्टील फैक्ट्री में चल रही लड़ाई के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नागरिकों को सुरक्षित निकालने की अपील की है। पता चला है कि फैक्ट्री में करीब 200 नागरिक फंसे हुए हैं। जबकि हाल के दिनों में वहां से एक सौ से ज्यादा लोग निकाले गए हैं। रूस ने कहा है कि वह नागरिकों को युद्धक्षेत्र से निकलने के लिए सुरक्षित रास्ता मुहैया करा रहा है लेकिन सैनिकों और लड़ाकों को पहले हथियार डालकर आत्मसमर्पण करना होगा।
मिसाइल आतंक फैला रहा रूस : कुलेबा
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने रूस पर मिसाइल आतंक फैलाने का आरोप लगाया है। कहा है कि रूसी सेना पूरे यूक्रेन में भय का वातावरण बना रही है। रूसी सेना को यूक्रेन में हर जगह कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते उसकी आगे बढ़ने की गति बहुत धीमी है। जिन इलाकों पर रूसी सेना का कब्जा हो भी जाता है, वहां भी उसे यूक्रेनी हमलों से मुकाबले के लिए तैयार रहना पड़ता है।
यूक्रेनी सेना को अविलंब सूचना दे रहा अमेरिका
अमेरिका यूक्रेन की एजेंसियों को रीयल टाइम खुफिया जानकारियां उपलब्ध करा रहा है। इसके चलते रूसी सेना के कई जनरल और उच्च अधिकारी यूक्रेनी सेना के ड्रोन और मिसाइल हमलों में मारे गए हैं। अमेरिकी एजेंसियां सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों को अविलंब यूक्रेन को मुहैया करा रही हैं। इन्हीं तस्वीरों के आधार पर यूक्रेनी सेना कार्रवाई कर रही है। इसके चलते रूस की सेना को भारी नुकसान हुआ है।
मध्य जून से जोर पकड़ेगी यूक्रेन की सैन्य कार्रवाई
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कुछ शर्तो के साथ युद्धविराम के लिए तैयार होने की बात कही है। लेकिन यह भी कहा है कि अमेरिका से 33 अरब डालर (2.52 लाख करोड़ रुपये) की सहायता मिलने के बाद यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई मध्य जून से तेज होगी। अमेरिकी सहायता में ज्यादातर हथियार यूक्रेन को मिलेंगे। इनमें टैंक, तोप और ड्रोन भी होंगे।
यूक्रेन को 50 हजार करोड़ की मदद
पोलैंड की राजधानी वारसा में गुरुवार को हुए अंतरराष्ट्रीय दानदाता सम्मेलन में यूक्रेन की सहायता के लिए 6.5 अरब डालर (लगभग 50 हजार करोड़ रुपये) एकत्रित किए गए। यह धनराशि मानवीय कार्यो के लिए यूक्रेन सरकार को दी जाएगी। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने भी यूक्रेन को सहायता देने की सदस्य राष्ट्रों से अपील की है। वारसा में हुए सम्मेलन में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन के लिए दो अरब डालर (करीब 15 हजार करोड़ रुपये) की सहायता का एलान किया।