मानसून पूरे देश में छा चुका है और हर जगह बारिश हो रही है। दिल्ली से लेकर बिहार तक में काफी वर्षा हो रही है। इसी के साथ ही रथ यात्रा भी शुरू हो चुकी है। आषाढ़ महीने के खत्म होने के साथ ही कुछ ही दिनों में सावन का महीना लग जाएगा। यह महीना वैसे ही वर्षा और हरियाला की समर्पित है और इस महीने महिलाएं व लड़कियां महादेव की पूजा करती हैं और व्रत रखती हैं। सावन के पूरे महीने में शनि और गुरु ग्रह अपनी चाल भी बदलेंगे। आइए जानते हैं कि सावन की तैयारी कैसे करें।
14 जुलाई से शुरू होगा सावन
सावन का महीना 14 जुलाई से शुरू होगा। यह हिंदू कैलेंडर पंचांग के मुताबिक है। यह महीना 12 अगस्त तक चलेगा। कभी -कभी कुछ हिंदू महीने 30 दिनों से ज्यादा लंबे हो जाते हैं। ऐसा ज्येष्ठ माह में कई बार देखा गया है। जो लोग सावन के व्रत रखते हैं उनके लिए इस बार 5 सोमवार के व्रत होंगे। साथ ही सावन में ही रक्षाबंधन का त्योहार और नागपंचमी भी मनाई जाएगी। पहले नागपंचमी का त्योहार होगा।
रुद्राभिषेक जरूर करें व्रत करने वाले
सावन के महीने में नागपंचमी 2 अगस्त को पड़ रही है। इस दिन नागों की पूजा का विशेष महत्व है। तमाम नाग और शिव मंदिरों में इस दिन भीड़ रहती है। उत्तर प्रदेश में बाराबंकी के पास नरगनदेव के मंदिर में भी इस दिन भीड़ उमड़ती है। इसके साथ ही 11 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जोगा। यह त्योहार भाई और बहन के प्रेम का त्योहार है। सावन का व्रत करने वाले रुद्राभिषेक जरूर कराएं। साथ ही सावन में शनि अपनी चाल बदलेंगे। यह ग्रह कुंभ से निकलकर मकर राशि में प्रवेश कर रहा है। वहीं 29 जुलाई को गुरु की राशि में परिवर्तन होगा और वह मीन में जाएंगे। सावन में महादेव को पंचामृत, बेल, मदार के फूल, चंदन, धतूरा और भांग चढ़ाएं। सूर्य को भी जल अर्पित करें। शनिवार को दान करें काला तिल। गुरुवार को हल्दी और चना दान करें।
GB Singh