आषाढ़ का महीना अभी चल रहा है। कुछ दिन बाद से श्रावण मास शुरू हो जाएगा। उससे पहले बारिश की झड़ी शुरू हो गई है और पूरे देश में मानसून छा गया है। अब भक्तों को अपने बाबा का महीना शुरू होने का इंतजार है। सावन के सोमवार में व्रत किया जाएगा और भगवान भोलेनाथ को याद करेंगे। भक्तों को इस दिन का काफी इंतजार रहता है। आइए जानते हैं कि कब से शुरू हो रहे हैं सावन और कैसे करें पूजा।

18 से शुरू है सावन
अभी आषाढ़ मास चल रहा है और सावन 18 जुलाई से शुरू हो जाएगा। श्रावण शुरू होने के साथ ही मंदिरों की तैयारियां भी चलने लगी है। भोले मंदिरों में भी रंगाई पुताई चल रही है और भक्तों की सुविधा के इंतजाम किए जा रहे हैं क्योंकि इन दिनों में सबसे अधिक भीड़ मंदिरों में होती है। त्योहार के दौरान भगवान शिव को लोग पूजेंगे और भगवान विष्णु योगनिद्रा में होंगे। यह महीना शिव को प्रसन्न करने के लिए है। हर तरह की मनोकामना भगवान शिव पूरी करते हैं। सावन का पहलना सोमवार 18 जुलाई को होगा। वैसे सावन का महीना 14 जुलाई से शुरू हो रहा है। यह 12 अगस्त तक चलेगा। दूसरा सावन 25 जुलाई को और तीसरा सावन 1 अगस्त को होगा। चौथा सावन 8 अगस्त को और पांचवा व अंतिम सावन 12 अगस्त को होगा। इस बीच हरितालिका तीज होगी।
रुद्राभिषेक से मनाए भोले को
भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए रुद्राभिषेक जरूर करें। यह उनको काफी प्रसन्न करता है। इसके अलावा हर सोमवार को जल्दी उठें और नहाकर स्वच्छ कपड़े धारण करें। दाएं हाथ में जल लेकर सोमवार के व्रत का संकल्प करें और फिर शिव का गंगाजल से अभिषेक कराएं, दूध, दही, शहद चढ़ाएं। फूल, धतूरा, बेलपत्र, चंदन लगाएं। ओम नम: शिवाय का जाप करें और आरती करें। उनको वस्त्र और जनेऊ भी अर्पित कर सकते हैं। धूप चलाएं और प्रसाद अर्पित करें। फलाहार अच्छा होता है इस दिन, चाहे तो एक समय सात्विक भोजन भी कर सकते हैं।
GB Singh
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