लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी मडिय़ांव में रिश्तों को कलंकित करने वाली एक घटना घटी है। यहां रहने वाले एक डेरी के गार्ड के सात साल के मासूम बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी गयी। मासूम की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके बड़े भाई ने की थी। पुलिस ने इस बलांइड मर्डर केस का खुलासा करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया आरोपी युवक बीएसी का छात्र है। उसने सम्पत्ति की लालच में आकर अपने छोटे भाई की हत्या की गयी थी।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि सीतापुर जनपद निवासी विजेन्द्र कुमार अपने परिवार संग मडिय़ांव के फैजउल्लागंज इलाके में किराये के मकान में रहता है। उसका सात साल का बेटा यशू सिंह एक प्राइवेट स्कूल में कक्षा दो का छात्र था। बीते 14 अगस्त की शाम यशू सिंह अचानक गायब हो गया। परिवार वालों ने उसको इधर-उधर काफी तलाशा पर कोई पता नहीं चल सका। इसके बाद परिवार वालों ने यशू सिंह की गुमशुदगी की रिपोर्ट मडिय़ांव कोतवाली में दर्ज करायी। परिवार के लोग और पुलिस यशू सिंह की तलाश में लगे पर कोई पता नहीं चल सका।
15 अगस्त को पानी से भर प्लाट में मिला था मासूम का शव
इस बीच 15 अगस्त की दोपहर मासूम यशू सिंह का शव घर से कुछ दूरी पर यासीनबाग में एक पानी से भर प्लाट में पड़ा मिला। यशू सिंह का शव मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिवार वालों ने उसकी हत्या की आशंका जतायी। पुलिस ने छानबीन के बाद यशू सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि मासूम यशू सिंह की गला दबाकर हत्या की गयी थी। पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने इस मामले में हत्या की धारा की बढ़ोतरी की।
सीसीटीवी कैमरे की मदद से खुला राज
इस सनसनीखेज हत्या के मामले में पुलिस ने जब घटनास्थल से 200 मीटर पहले लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किया तो मासूम यशू सिंह अपने बड़े भाई सूरज सिंह के साथ जाता हुआ दिखा। एक घंटे के बाद सूरज सिंह सीसीटीवी फुटेज में अकेला ही वापस आता हुआ दिखा। उसके साथ उसका छोटा भाई यशू सिंह मौजूद नहीं था। बस इसी फुटेज की मदद से पुलिस को यशू सिंह के बड़े भाई सूरज सिंह पर शक हो गया। पुलिस ने जब यशू सिंह के परिवार वालों से सूरज सिंह के बारे में जानकारी मांगी तो पता चला कि सूरज सिंह घटना के बाद सीतापुर कमलापुर अपने गांव गया है। अचानक सूरज सिंह का इस तरह गांव जाने ने पुलिस का शक और गहरा दिया। इसके बाद पुलिस की टीम सीतापुर पहुंची और सूरज सिंह को वहां से लेकर मडिय़ांव पहुंची।
इसलिए कर दी छोटे भाई की हत्या
पुलिस ने जब सूरज सिंह से पूछताछ शुरू की तो पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की पर बाद में वह पुलिस के सवालों के आगे टूट गया। उसने छोटे भाई यशू सिंह की हत्या करने की बात कुबूल ली। आरोपी ने बताया कि उसके पिता आये दिन उसको डांटते और फटकारते रहते थे। यहां तक कि उन्होंने सूरज सिंह को अपनी सम्पत्ति में से कुछ भी न देने की बात कही थी। 13 अगस्त को सूरज के पिता ने नाराजगी में यह तक कह डाला था कि उनके एक ही बेटा होता तो ठीक था। इस पर सूरज सिंह को लगने लगा कि शायद उसके पिता सारी सम्पत्ति उसके छोटे भाई यशू सिंह के नाम कर देंगे और उसको कुछ नहीं मिलेगा।
इस तरह से की थी हत्या
पिता की बात से नाराज सूरज सिंह ने छोटे भाई को रास्ते से हटाने की ठान ली। 14 अगस्त की रात वह छोटे भाई यशू सिंह को चाट खिलाने की बात कहकर अपने साथ ले गया। इसके बाद उसने एसएस जेडी स्कूल के पास पिंटू गुप्ता की दुकान पर यशू सिंह को चाट खिलायी और फिर वापस घर के लिए चला। रास्ते में यासीनबाग के पास आरोपी सूरज ने छोटे भाई की मुंह व नाक दबाकर उसको बेहोश कर दिया। इसके बाद उसको यशू सिंह का गला दबा दिया। यशू सिंह के बेहोश होने पर आरोपी ने उसको औंधे मुंह पानी से भरे प्लाट में फेंक दिया और फरार हो गया।
पहले से चाकू से हत्या करने का बना था प्लान
पूछताछ में आरोपी सूरज सिंह ने बताया कि उसने अपने छोटे भाई यशू सिंह की हत्या करने के लिए पहले चाकू से वार करने का प्लान बनाया था। इसके लिए उसने रामरूप सोनी की दुकान से सब्जी काटने वाला चाकू भी खरीदा था। चाट की दुकान से लौटते वक्त अचानक सूरज सिंह के दिमाग में आया कि अगर वह चाकू से वारकर छोटे भाई की हत्या करेंगा तो खून उसके कपड़े पर लग जायेगा। ऐसे में खून से लगे कपड़े छुपाने में उसको दिक्कत आयेगी। बस इस पर ही उसने चाकू से हत्या करने का प्लान बदल दिया। आरोपी ने यशू सिंह की हत्या के बाद खरीदा गया चाकू भी मौके पर ही फेंक दिया था। पुलिस को मौके से चाकू मिल गया था। इस सनसनीखेज हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने 5 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।