घर बनाते समय वास्तु का लोग ख्याल रखते हैं। जब घर बन जाता है तो तमाम कमरे और उनमें सजावट व अन्य सामान भी रखते हुए ध्यान रखते हैं। वास्तु का जीवन में खासा महत्व है। लोग अपने घरों को वास्तु के हिसाब से बनाने के लिए काफी रुपए खर्च करते हैं। लेकिन जब घर बन जाएं तो उसमें डायनिंग टेबल, आईना, मंदिर, टीवी, लाइब्रेरी कहां रखें या बनाएं उसको लेकर मन में हमेशा दुविधा रहती है। ऐसा ही आईना है, जिसको लेकर हमेशा मन अशांत रहता है। आइए जानते हैं कि आईना को घर में कहां रखें कि हमेशा घर में अच्छा ही अच्छा हो।
वास्तु के अनुसार जानें जगह
वास्तु में हमेशा जगह उत्तर और पूर्व की शुभ मानी जाती है जब कोई शुभ चीज रखनी या बनानी हो। इसमें ईशान कोण, उत्तर, पूर्व और मध्य स्थान का भी ध्यान रखा जाता है। कहते हैं कि आईना घर में या तो पूर्व की तरफ लगाएं या फिर उत्तर की तरफ। यह अच्छा माना जाता है। क्योंकि आईना से हमेशा सकारात्मक ऊर्जा आती है और घरों में एक अच्छा माहौल बनता है इसलिए आईना की जगह भी अच्छी होनी चाहिए। वास्तु के मुताबिक, आईना के लिए सही दिशा होना जरूरी है।
कुछ चीजों का रखें ध्यान
आईना के लिए हमेशा पूर्व, उत्तर की जगह सही है। दक्षिण और दक्षिण पश्चिम सही नहीं है। यह ऊर्जा को भी नकारात्मक से सकारात्मक और सकारात्मक से नकारात्मक में बदलता है। अगर आपके सोने के कक्ष में आईना है तो इसे हटा दें। यहां न लगाएं। अगर रंग-बिरंगा आईना है तो भी उसे हटा देना चाहए। कारोबार के लिए आप दक्षिण दिशा में आईना लगा सकते हैं यह अच्छा माना जाता है। आप चाहें तो मध्य, ईशान कोण और उत्तर या पूर्व में आईना लगा सकते हैं। आप चाहें तो डायनिंग टेबल के पास आईना लगाएं यह अच्छा होता है। चौकोर या गोल शीशा अच्छा होता है। तिजोरी में शीशा लगने से धन बढ़ता है। टूटा शीशा घर में न लगाएं।
GB Singh