नई दिल्ली: भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात के दौरान पाकिस्तान के रवैय्येपर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भारत ने कहा कि मुलाकात के दौरान जाधव को मराठी में बात नहीं करने दी गई। जाधव की मां व पत्नी के कपड़े बदलवा दिए गए और मंगलसूत्र, चूड़ी,बिंदी तक उतरवा लिए गए थे।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान पाकिस्तान के तौर.तरीकों पर जमकर खरी.खरी सुनाई। उन्होंने कहा कि जाधव की मां को उनकी मातृभाषा में बात तक नहीं करने दी गई। सुरक्षा के नाम पर जाधव के परिवार की सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया।
पड़ोसी देश ने सामान्य शिष्टाचार तक का पालन नहीं किया। इसके अलावा वहां की मीडिया ने भी बदसलूकी की। ऐसा लगा कि कुलभूषण जाधव तनाव में थे। उनकी आधी से अधिक बातें सिखाई हुई लग रही थीं।
पाकिस्तान ने कथित जासूसी के आरोप में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को 22 महीने से जेल में रखा है। पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने उन्हें फांसी की सजा सुनाई है लेकिन यह मामला अंतरराष्ट्रीय अदालत में लंबित है।
सोमवार को इस्लामाबाद में जाधव को उनकी पत्नी और मां से मिलवाया गया। पाकिस्तान ने मानवीयता का तर्क देकर मुलाकात जरूर कराई लेकिन इसमें अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। उसने जाधव और परिवार के बीच कांच की दीवार लगा दी थी। जाधव परिवार से इंटरकॉम पर ही बात कर सके। सीसीटीवी के अलावा कई कैमरे भी वहां लगाए गए थे।