शेयर बाजार में सुबह से हलचल जारी है। चौरतरफा बिकवाली से निवेशकों के पैसे डूब गए। सुबह-सुबह जैसे ही बाजार खुला तो सेंसेक्स 450 अंक और निफ्टी कई अंक टूटकर 15600 के करीब पहुंच चुके थे। इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। कई बड़ी कंपनियां टॉप लूजर में शामिल हो गई तो कुछ ने अच्छा गेन किया। यह असर केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी बाजारों में दिख रहा है। सबसे ज्यादा असर बैंक, फाइनेंशियल, आॅटो, मेटल व अन्य शेयरों में दिखाई पड़ा है। हर जगह बाजार हरा से लाल हो गया है। आइए जानते हैं किसको कितना हुआ नुकसान और किसको फायदा।
अमेरिका, यूरोप और एशियाई बाजारों में जबरदस्त हलचल
बाजार में गिरावट भारतीय ही नहीं बल्कि अमेरिका, यूरोप और एशिया के दूसरे बाजारों में भी दिखाई पड़ी है। एशियाई बाजारों में जहां एसजीएक्स निफ्टी 0.16, जापान का निक्केई 225 में 0.61 फीसद, स्ट्रेट टाइम्स में 1.30 फीसद, हांगकांग का हैंगसेंग में 0.13 से 0.70 फीसद, ताइवान वेटेज में 0.85 फीसद, कोरिया में कोस्पी में 0.37 से 0,40 फीसद और चीन का शंघाई कंपोजिट में 0.47 फीसद की गिरावट देखने को मिली। अमेरिकी बाजारों पर नजर डालें तो डाउ जोंस में भी 725 अंकों की गिरावट देखी गई है, यह 33962 पर बंद हुआ जिससे लोग हैरानी में रहे। नैसडेक में 152 अंक की गिरावट रही और यह 14275 पर बंद हुआ। एसएंडपी भी 69 अंकों तक कमजोर दिखाई पड़े। वहीं, ब्रिटेन में एफटीएसई में 2.34 फीसद, फ्रांस का सीएसी 2.54 फीसद और जर्मनी का डीएएक्स 2.62 फीसद तक की गिरावट देखने को मिली।
इस तरह हुई बिकवाली
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी की एनएसई के पास मौजूद आंकड़ों की माने तो 19 जुलाई को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने खूब शेयर बेचे। उन्होंने मुनाफा कमाने के लिए दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के शेयर बेचे हैं। बताया जा रहा है कि जितने रुपए के शेयर खरीदे गए उससे ज्यादा रुपए के शेयर बेच डाले गए। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इसी दिन यानी 19 जुलाई को 1047 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे। मंगलवार को बाजार जब खुला तो सेंसेक्स में 452 अंक और निफ्टी में 150 अंक का ऊपर नीचे था। सेंसेक्स 52 हजार 432 पर खुला और यह 52 हजार 465 तक गया, लेकिन जैसे ही बिकवाली ने जोर पकड़ा यह 52 हजार 013 पर आ गया। निफ्टी भी 15 हजार 703 पर खुलने के बाद 15 हजार 578 पर आ गया। सेंसेक्स 30 के 12 शेयर काफी तेजी में दिखे तो 18 में गिरावट दर्ज की गई है। अच्छा करने वालों में अल्ट्राटेक सीमेंट, पावरग्रिड, एशियन पेंट, नेस्ले इंडिया, मारुति, रिलायंस और एलटी हैं। वहीं बुरा प्रदर्शन करने वालों में एचसीएल, एचडीएफसी बैंक, एयरटेल, एमएंडएम, इंडसइंडबैंक, आईसीआईसीआई बैंक शामिल है। इन शेयरों के दबाव से ही बाजार थोड़ा ऊपर और नीचे हो रहा है।
आखिर क्या रहा गिरावट का कारण
दुनिया में फिर से कोरोना की रफ्तार बढ़ने से बाजार प्रभावित होने की बात बताई जा रही है। वहीं, विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि अमेरिका में हलचल होती है तो असर भारत के घरेलू बाजार पर पड़ता है। इसका साफ मतलब है कि वहां के सेंटीमेंट आज भी हमको प्रभावित कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि वैश्विक हलचल से घरेलू बाजार पर असर पड़ा है। अमेरिका में भी कोरोना के दोबारा से रफ्तार बढ़ने से वहां रिकवरी प्रभावित हुई है जिससे बिकवाली शुरू हुई। इससे पूरी दुनिया के बाजार पर असर पड़ा और लड़खड़ा कर गिर पड़े।
GB Singh