समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव के बीच जारी जंग अब सार्वजनिक हो गई है। अखिलेश यादव ने बुधवार को शिवपाल सिंह यादव पर आरोप लगाया था कि वह भाजपा के संपर्क में हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आरोप पर शिवपाल सिंह यादव ने गुरुवार को पलटवार किया है। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अगर उनको लगता है कि भाजपा से मेरे संपर्क हैं तो मुझे पार्टी से निकाल दें। वह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हैं और मैं तो पार्टी का विधायक हूं।
शिवपाल सिंह यादव ने गुरुवार को एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीते दिनों से कहा कि मेरे भाजपा से संपर्क हैं। अगर उनको लगता है कि भाजपा से मेरे संपर्क हैं तो मुझे विधानमंडल दल से निकाल क्यों नहीं देते हैं। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी के 111 विधायकों में से एक हूं। उनको तो मुझे समाजवादी पार्टी से निकालने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि अगर उनको हमसे कोई भी दिक्कत है तो हमको पार्टी से बाहर कर दें।
शिवपाल यादव ने इसके साथ ही सुहेलदेव भारतीय समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से बात होने को सिरे से खारिज कर दिया है। ओमप्रकाश राजभर के दावे पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर जी से मेरी बात नहीं हुई है। हो सकता है वह मेरे ही नाम के किसी और आदमी से बात कर रहे हो।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मैं तो आजम खां साहब से लगातार संपर्क में हूं। सीतापुर जेल में उनकी तबीयत बहुत खराब है। जल्दी ही सीतापुर जेल जाकर आजम खां साहब से मुलाकात के लिए फिर जाऊंगा। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के सवाल पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उचित समय पर आपको अपना निर्णय बता दूंगा। कहां जा रहा हूं, क्या कर रहा हूं मैं किसी से कुछ नहीं छुपाऊंगा।
अखिलेश ने शिवपाल यादव को बताया भाजपा का करीबी : शिवपाल सिंह यादव के भाजपा में जाने की तेज हो रही अटकलों के बीच अखिलेश यादव ने परोक्ष रूप से स्वीकार किया है कि चाचा अब विरोधी दल के संपर्क में हैं और साफ कर दिया कि ऐसे लोग सपा के साथ नहीं रहेंगे। आगरा में बुधवार को शिवपाल यादव को लेकर किए गए सवाल पर अखिलेश यादव ने दो टूक कहा कि जो भाजपा से मिलेगा, वह तो सपा में कभी नहीं दिखेगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी किसी के दबाव में काम नहीं करती। हम लोगों के हक की आवाज उठाते हैं। जो हमारे साथ है उसका सम्मान करते हैं लेकिन हमारा कोई नेता भाजपा के पास जाता है तो वो हमारा कैसे हो सकता है। अखिलेश ने साफ कर दिया कि चाचा शिवपाल से अब संबंध ठीक नहीं हैं।