जीवन में वास्तु और ज्योतिष शास्त्र का अपना महत्व है। जिनका इस पर विश्वास है वह उसका पालन भी करते हैं, जबकि न मानने वालों के लिए यह मायने नहीं रखता। हिंदू धर्म व अन्य धर्मों की खास बात है कि वह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी अपनी बात को साबित करता है। आज इसी ज्योतिषशास्त्र में जूतों की बात करेंगे। जूता पहनाना और किस तरह से पहनना यह भी आपके व्यक्तित्व के अलावा किस्मत को भी परखता है। आइए जानते हैं कैसे।
धन व सेहत पर प्रभाव
अगर जूते सही पहने हैं तो ठीक अगर गलत तरीके से पहना तो धन व सेहत पर प्रभाव पड़ सकता है। इसी तरह जूतों को सही प्रकार से रखना भी एक अच्छी आदत में शुमार होना चाहिए। अच्छे और साफ जूते पहनने पर दूसरों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है यह सभी जानते हैं। जूतों आपके व्यक्तित्व को भी बताता है। जब भी लोग अपने आपको थोड़ा ग्रूम करते हैं या विकास करते हैं तो उनसे जूतों के बारे में खास ध्यान रखने को कहा जाता है। इसी तरह ज्योतिष के मामले में भी है। जूतों से ग्रह संबंधित बताए जाते हैं। क्योंकि कुंडली में आठवां भाव तलवों से होता है इसलिए जूतों को सही तरह से पहने।
कैसे जूतों का प्रभाव
हमेशा खुद के खरीदे जूते ही पहने। कभी किसी के उपहार में दिए जूते न पहनें और न ही किसी को उपहार में जूते व चप्पल दें। यह एक प्रकार के ग्रह और शनि की दशा को बिगाड़ने वाला है। फटे और खराब जूतों को कभी भी अपनी नौकरी के इंटरव्यू में नहीं पहनना चाहिए। इससे काम बिगड़ सकता है। चोरी के जूते भी सेहत और धन के लिए हानिकारक हैं। लोग मंदिर व अन्य जगहों से जूते बदलते हैं यह गलत है। पीले जूते कभी न पहने। यह अच्छा नहीं माना जाता। काम की जगह पर कभी भूरे जूते नहीं पहने, काले और सफेद ठीक रहेंगे। काले के रंग जूते आजकल लोग शादी में कम देते हैं, लेकिन इसके पीछे उनकी सोच है। वैसे पहनते कई लोग हैं।
GB Singh