स्विंग गेंदबाज मोहम्मद सिराज (3/8) की घातक गेंदबाजी की मदद से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने पहले कोलकाता नाइटराइडर्स को 84 रन पर रोक दिया। उसके बाद लक्ष्य को 13.3 ओवर में दो विकेट पर 85 रन बनाकर हासिल कर आठ विकेट से बड़ी जीत दर्ज की। कप्तान विराट कोहली (18) और गुरकीरत सिंह (21) ने तीसरे विकेट के लिए अटूट 39 रन की साझेदारी कर टीम को आसान जीत दिलाई। ओपनर देवदत्त पडिक्कल ने 25 और आरोन फिंच ने 16 रन बनाए। दोनों ने पहले विकेट के लिए 46 रन जोड़े। बैंगलोर दस मैचों में सातवीं जीत के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। विराट की टीम ने 39 गेंद शेष रहते जीत दर्ज की जो इस आईपीएल में गेंद शेष रहते सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले मुंबई ने 16 अक्तूबर को कोलकाता को ही 19 गेंद शेष रहते हराया था।
मोर्गन ने बनाए सर्वाधिक 30 रन-
कोलकाता की ओर से कप्तान इयोन मोर्गन ने सर्वाधिक 30 रन बनाए। उनके बाद दूसरा सर्वोच्च स्कोर नौवें नंबर के बल्लेबाज लॉकी फर्ग्यूसन (नाबाद 19) का रहा। पांच बल्लेबाज दोहरे अंक तक नहीं पहुंच सके। दोनों ओपनर शुभमन गिल और राहुल त्रिपाठी एक-एक रन पर पवेलियन लौट गए। राणा शून्य पर तो कार्तिक चार और कमिंस चार रन ही बना सके। बेंगलोर की ओर से युजवेंद्र चहल (2/15) और वाशिंगटन सुंदर (1/14) ने भी सिराज का अच्छा साथ दिया।
दूसरे ओवर में त्रिपाठी और राणा आउट-
सिराज ने दूसरे ओवर में त्रिपाठी और नीतीश राणा को पवेलियन भेजा। सैनी ने गिल को गलत शॉट खेलने की सजा दी। स्कोर हो गया तीन विकेट पर तीन रन। टाम बेंटन (10) ने सैनी पर चौका और छक्का लगाया लेकिन सिराज के अगले ओवर में उन्होंने विकेटकीपर डीविलियर्स को आसान कैच दे दिया।
कोलकाता ने बनाया सत्र का न्यूनतम स्कोर-
कोलकाता (84 रन) का यह स्कोर इस सत्र का किसी भी टीम का न्यूनतम स्कोर है। वहीं कोलकाता का दूसरा सबसे कम स्कोर है। उसने 2008 में मुंबई इंडियंस के खिलाफ मुंबई में 67 रन बनाए थे। कोलकाता ने एक समय 14 गेंदों पर मात्र तीन रन पर तीन विकेट और 21 गेंदों पर 14 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे। सिराज ने अपनी पहली 13 गेंदों पर कोई रन नहीं दिया और तीन विकेट चटकाए।

पावरप्ले में बने 17 रन गिरे चार विकेट-
कोलकाता ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। बेंगलोर के तेज गेंदबाजों ने नई पिच से मिल रही तेजी और स्विंग से मोर्गन का यह फैसला गलत साबित कर दिया। आलम यह था कि पावरप्ले में तीन ओवर मेडन गए। सिर्फ 17 रन बने और चार बल्लेबाज पवेलियन लौटे। यह कोलकाता का पावरप्ले में न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले उसने 2009 में डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ केपटाउन में तीन विकेट पर 21 रन बनाए थे।
एक ओवर में दो बार डीआरएस-
चहल का पहला ओवर घटना प्रधान रहा। दिनेश कार्तिक (4 रन) के खिलाफ पगबाधा की अपील अंपायर ने ठुकरा दी लेकिन आखिरी क्षणों में लिए गए डीआरएस में फैसला बेंगलोर के पक्ष में गया। नए बल्लेबाज कमिंस (4) के खिलाफ अपील पर अंपायर की अंगुली उठ गई, लेकिन डीआरएस में उन्हें फैसला बदलना पड़ा। चहल ने हालांकि जल्द ही उन्हें पवेलियन भेज दिया। मोर्गन भी डेथ ओवरों से पहले मिडविकेट पर गुरकीरत सिंह को कैच देकर चलते बने। फर्ग्यूसन और कुलदीप यादव (12) के बीच आठवें विकेट के लिए 27 रन की पारी की सबसे बड़ी साझेदारी से कोलकाता अपने पिछले न्यूनतम स्कोर को पार करने में सफल रहा।
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