होली इस बार फाल्गुन मास में 17 और 18 मार्च को पड़ रही है। बताया जा रहा है कि होली पर काफी शुभ संयोग पड़ रहा है। यह संयोग काफी सालों बाद में आता है। हर बार संयोग अच्छा न होने के कारण इसकी अहमियत बढ़ जाती है। होली पर एक नहीं बल्कि पांच से छह योग बन रहे हैं। इसके कई फायदे हैं और अच्छा असर हो सकता है। लेकिन कुछ नुकसान भी है। आइए जानते हैं।
शुभ संयोग में होलिका दहन
इस बार होलिका अष्टक 10 मार्च से शुरू होगा। कहा जाता है कि होलिका अष्टक के दौरान किसी प्रकार का कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए। इससे किसी प्रकार के कष्ट से बचा जा सकता है। भगवान की पूजा पाठ और भक्ति में मन लगाना काफी अच्छा होता है। होलाष्टक के बाद ही पूर्णिमा में होली के दिन होलिका दहन लोग करते हैं। इसके बाद चैत्र माह शुरू होता है और लोग उस दिन रंग खेलते हैं। इस बार लोग होलिका दहन 17 मार्च को शुभ संयोग में करेंगे। इसके लिए शुभ मुहूर्त भी रात में 9 बजकर 6 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। इसी समय दहन करना शुभ है।
शुभ संयोग का क्या असर
इस बार होली पर पांच से अधिक शुभ संयोग हैं। यह वृद्धि योग के अलावा अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग और ध्रुव योग के साथ में होली के दिन बुध और गुरु आदित्य गुरु योग भी बनेगा। ज्योतिषशास्त्र की मानें तो दृद्धि योग काफी अच्छा है यह हर तरह के काम में आपको सफलता देगा। बाकी अन्य योग भी घर परिवार के लिए अच्छे माने जा रहे हैं। खासकर संपत्ति वृद्धि और घर में सुख शांति के लिए। लेकिन होलिका दहन के समय कुछ खास बातों को ध्यान रखना बेहद जरूरी है। न केवल शराब से दूरी बनाएं बल्कि तेज वाहन भी न चलाएं। शराब पीना चाहते हैं तो घर पर ही रहकर उत्सव मनाएं।
GB Singh