सुकन्या समृद्धि योजना काफी लोकप्रिय योजना बन चुकी है। बेटियों के अभिभावक इस योजना को चुन रहे हैं और उसमें निवेश कर रहे हैं। इसकी लोकप्रियता का असर यह है कि अब बेटी के पैदा होते ही पिता उसका खाता खुलवा रहे हैं और बेटी के नाम पर निवेश कर रहे हैं। योजना के तहत बेटी के बड़े होने पर उसकी शादी और पढ़ाई के लिए भी काफी मदद मिलती है। आइए जानते हैं कि क्या बदलाव हुए हैं।
कितना करना होता है निवेश
सुकन्या समृद्धि योजना को केंद्र सरकार की ओर से शुरू किया गया है। इसमें निवेश करने पर बेटी के 21 साल के होने पर उसको अच्छा खासा पैसा मिलता है। आप चाहें तो रोज इसमें निवेश कर सकते हैं या फिर महीने में या साल में। लेकिन निवेश करना जरूरी है। अगर आप निवेश नहीं करेंगे तो खाता बंदहो सकता है।
योजना में हुए हैं बदलाव
योजना के अंतर्गत कुछ बदलाव हुए हैं। बताया जा रहा है कि खाते में गलत ब्याज डाला जाता है तो उसे पलटने का प्रावधान नहीं होगा। साथ ही खाते में वार्षिक ब्याज हर वित्त वर्ष के आखिर में भेजा जाएगा। पहले नियम बनाया गया था कि बेटी 10 साल की होने पर खाते को चला सकेगी लेकिन अब यह मंजूरी हटा दी गई है। अभिभावक बेटी के 18 साल होने तक खाते को आपरेट करेंगे। खाते में कम से कम आपको 250 रुपए साल में जमा करना जरूरी ही है। अगर पैसे जमा नहीं होते हैं तो आपकी जमा राशि पर ही आपको लागू दर का ब्याज मिलेगा। इसके अलावा अब तीसरी बेटी के लिए भी खाता खोल सकेंगे। पहले सिर्फ दो बेटियों के लिए ही था। बेटी का खाता कई कारणों में आप तय समय से पहले भी बंद कर सकते हैं। अगर अभिभावक नहीं हैं तो भी खाता बंद किया जा सकता है।
GB Singh