एकादशी का व्रत हर माह मनाया जाता है। यह महत्वपूर्ण व्रत होता है जिसको सभी महिलाएं रखती हैं। आज यह व्रत है। शुक्रवार को व्रत के खास मायने हैं। साथ ही ज्येष्ठ मास में निर्जला एकादशी का अपना अलग ही महत्व है। इस व्रत में कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। व्रत में हर एक चीज का ध्यान रखें ताकि आपका व्रत सफल हो। आइए जानते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
निर्जला एकादशी का व्रत काफी कठिन है। इसे बिना पानी पिए रखा जाना है। अब इस पूरे गर्मी में बिना पानी पिए व्रत रखना मुश्किल तो है लेकिन व्रत रखने वाली महिलाएं इस बात का ख्याल रख सकती हैं है कि वह इस दिन कहीं बाहर न जाएं। यह व्रत काफी कठिन है लेकिन घर पर ही रहकर व्रत को पूरा करें। यह व्रत करने से 24 व्रत के जितना फल मिलता है ऐसा कहा जाता है। पारिवारिक कष्ट को दूर करने वाले इस व्रत में कुछ बातों का ध्यान रखें।
इन गलतियों को करने से बचें
निर्जला में कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए। इससे आपका व्रत सफल माना जाएगा। कहा जाता है कि निर्जला एकादशी में तो चावल का सेवन नहीं करते हैं लेकिन इसके बाद भी एक दिन चावल नहीं खाना चाहिए। उसके अगले दिन यानी तीसरे दिन चावल का सेवन करें। नमक का सेवन करना वर्जित माना गया है। अगर आपको भूखे पेट दिक्कत हो रही है तो आप फल का सेवन कर सकते हैं। पानी वर्जित है। नमक को बिल्कुल भी उपयोग में न लाएं। ब्रह्मचर्य का पालन करें और झूठ बोलने से बचें और किसी को कड़वे वचन न कहें। सबके लिए प्रेम का भाव रखें। इस दिन चावल, मसूर, मूली और बैंगन व सेम न खाएं।
GB Singh