बारिश की झड़ी लगने के साथ ही सावन की दस्तक हो गई है। लेकिन क्या आपको पता है कि सावन में सोमवार का क्या महत्व है। हर सोमवार को महादेव की पूजा को अलग तरह से करने का तरीका है। खास विधि से पूजा करने पर महादेव प्रसन्न होते हैं और मनोकामना भी पूर्ण करते हैं। इस बार चार सोमवार में भोलेनाथ की पूजा करने पर कष्ट तो दूर होंगे ही साथ ही कई प्रकार के दोषों से भी मुक्ति मिलेगी। आइए जानते हैं सावन में सोमवार का महत्व।
कृष्ण और शुक्ल पक्ष में होंगे सोमवार
सावन में इस बार दो सोमवार कृष्ण पक्ष में होंगे और दो शुक्ल पक्ष में मनाए जाएंगे। 25 जुलाई से सावन शुरू हो चुका है। पहला सोमवार 26 जुलाई और दूसरा दो अगस्त को होगा। इसी तरह तीसरा सावन का सोमवार 9 अगस्त और चौथा सोमवार 16 अगस्त को होगा। आचार्य मुकेश मिश्र बताते हैं कि भगवान भोलेनाथ को सोमवार के दिन पूजा करने से हर प्रकार की समस्या से निजात मिलती है और मन्नत भी पूरी होती है।
पहला सोमवार
26 जुलाई को पड़ने वाले सोमवार को रोग से मुुक्ति और संकट के नाश के लिए उपाय कर सकते हैं। इस दिन भगवान भोले नाथ कि शिवलिंग को शहद से अभिषेक कराएं। यह रोग और संकट से उबारने में आपकी मदद करेंगे। साथ ही शिव महिम्न स्त्रोत पढ़ें। महामृत्युंजय का जाप करो 1008 बार और शहद से अभिषेक करते रहें।
दूसरा सोमवार
दूसरा सोमवार 2 अगस्त को पड़ रहा है और यह सोमवार धन प्राप्ति के लिए पूजा करने पर विशेष फलदायी होगा। बताया जाता है कि शिवलिंग को गन्ने के रस या फिर गाय के दूध में केसर डालकर अभिषेक कराया जाए तो आर्थिक परेशानी काफी कम हो जाएगी। पूजा करने से कर्ज भी खत्म होगा और परिवार में सपन्नता आएगी।
तीसरा सोमवार
नौ अगस्त के दिन सावन का तीसरा सोमवार पड़ेगा। इस दौरान शिवलिंग को पंचामृत चढ़ाना होगा। आपको बिल्व यानी बेल को पत्र, बेल, धतूरा, आंक का पत्ता भोलेनाथ को अर्पित कर सकते हैं। आपको ओम नम: शिवाय का जाप करते हुए यह करना है। आप इस दिन से सोलह सोमवार का व्रत भी शुरू कर सकते हैं।
चौथा और अंतिम सोमवार
सावन का यह सोमवार 16 अगस्त के दिन पड़ेगा। यह अंतिम सोमवार है इसलिए दांपत्य जीवन में खुशाी के लिए आप इसका व्रत कर सकते हैं। इस दिन आपको केसर के दूध के शिवलिंग में अभिषेक करना होगा जिससे आपकी तमाम वैवाहिक समस्याएं खत्म होंगी। अगर आपकी शाादी में किसी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो भी यह व्रत काफी लाभदायक होगा।
GB Singh