श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे बुधवार को देश छोड़कर मालदीव फरार हो गए। गोटाबाया के भागने के बाद श्रीलंका में हालात और बिगड़ गए हैं। हजारों लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच, गोटाबाया राजपक्षे मालदीव छोड़कर अब सिंगापुर भागने की कोशिश में हैं।
डेली मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे माले से सिंगापुर जाने वाली सिंगापुर एयरलाइंस की निर्धारित उड़ान नहीं ले सके थे। सूत्रों का हवाला देते हुए कहा गया कि राजपक्षे अपनी पत्नी इओमा राजपक्षे और दो सुरक्षा अधिकारियों के साथ आज रात सिंगापुर रवाना हो सकते हैं। हालांकि, इससे पहले वो सुरक्षा कारणों के चलते विमान में नहीं चढ़े।
प्राइवेट जेट के इंतजार में गोटाबाया राजपक्षे
गोटाबाया सिंगापुर जाने के लिए प्राइवेट जेट का इंतजार कर रहे हैं। इसको लेकर उनकी बातचीत भी चल रही है। गौरतलब है कि गोटाबाया और उनकी पत्नी ने बुधवार को श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय की मंजूरी के बाद कटुनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दो अंगरक्षकों के साथ मालदीव की यात्रा की। 13 जुलाई की सुबह उन्हें यात्रा के लिए फ्लाइट दी गई थी।
यूएन की शांति बनाए रखने की अपील
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, यह महत्वपूर्ण है कि संघर्ष के मूल कारणों और प्रदर्शनकारियों की शिकायतों का समाधान किया जाए। मैं सभी पार्टी नेताओं से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक परिवर्तन के लिए समझौते की भावना को अपनाने का आग्रह करता हूं। वहीं, अमेरिकी राजदूत जूली चुंग ने श्रीलंका की राजनीतिक पार्टियों से सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने श्रीलंका में कानून के शासन को बनाए रखने की अपील भी की है।
रानिल विक्रमसिंघे बने कार्यवाहक राष्ट्रपति
प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने बुधवार को श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। वो तब तक कार्यवाहक राष्ट्रपति बने जब तक 20 जुलाई को संसद द्वारा नए राष्ट्रपति का चुनाव नहीं किया जाता।