Starlink में काम करने के लिए भारत में हायरिंग शुरू

Elon Musk की कंपनी Starlink अब इंडिया में अपनी सर्विस शुरू करने के बहुत करीब दिख रही है। कंपनी ने बेंगलुरु में अपनी टीम के लिए हायरिंग शुरू कर दी है और LinkedIn पर कई जॉब ओपनिंग पोस्ट की हैं। जुलाई में मिलने वाली रेगुलेटरी मंजूरी के बाद अब Starlink देश के रिमोट एरिया में इंटरनेट सर्विस देने की तैयारी में है।

Elon Musk के SpaceX की पूरी तरह मालिकाना सब्सिडियरी Starlink, ने भारत में हायरिंग शुरू कर दी है। कंपनी ने बेंगलुरु ऑफिस के लिए LinkedIn पर कई जॉब पोस्टिंग डाली हैं, जो बताती हैं कि कंपनी जल्द ही भारत में सैटेलाइट कम्युनिकेशन (SatCom) ऑपरेशन लॉन्च कर सकती है और देश के दूर-दराज इलाकों में इंटरनेट सर्विस देने आ रही है। Starlink को जुलाई में इंडियन रेगुलेटर की मंजूरी मिली थी, जिससे इसकी ऑपरेशन प्लान तेज हो गई है। ये कदम उस रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि Starlink कई लोकेशन पर गेटवे अर्थ स्टेशन सेटअप करने की तैयारी में है।

Starlink में जॉब

Elon Musk के SpaceX ने भारत में अपने Starlink बेंगलुरु ऑफिस के लिए LinkedIn पर चार जॉब ओपनिंग पोस्ट की हैं। कंपनी पेमेंट्स मैनेजर, अकाउंटिंग मैनेजर, सीनियर ट्रेजरी एनालिस्ट और टैक्स मैनेजर हायर कर रही है। जॉब डिस्क्रिप्शन में लिखा है कि ये Starlink की ‘इंटरनेशनल फुटप्रिंट’ बढ़ाने की स्ट्रैटेजी का हिस्सा है ताकि वह दुनियाभर में अपनी सर्विस दे सके। ये ओपनिंग्स लगभग एक हफ्ते पहले पोस्ट की गई थीं।

पेमेंट्स मैनेजर रोजाना और हफ्ते के आधार पर पेमेंट सक्सेस रेट, फ्रॉड रेट, सेटलमेंट्स और रीकंसिलेशन डेटा मॉनिटर करेगा। वहीं, टैक्स मैनेजर डेटा तैयार करेगा और एक्सटर्नल सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ कोऑर्डिनेट करेगा। इस जॉब में मैनेजर को टैक्स पेमेंट और कैलकुलेशन भी संभालना होगा। इसके अलावा, Starlink एक सीनियर ट्रेजरी एनालिस्ट की मदद से ग्लोबल ट्रेजरी इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की तैयारी कर रही है।

ये रिपोर्ट के कुछ दिन बाद आया है जिसमें कहा गया था कि SpaceX की ये सब्सिडियरी भारत में अपने गेटवे स्टेशन सेटअप करने के लिए विदेशी टेक्निकल एक्सपर्ट्स लाने की प्लानिंग कर रही है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि शुरुआत में इन स्टेशन्स पर सिर्फ इंडियन सिटिजन्स को काम करने दिया जाएगा, जब तक कि गृह मंत्रालय विदेशी एक्सपर्ट्स को सिक्योरिटी क्लीयरेंस नहीं देती।

कंपनी कथित तौर पर चंडीगढ़, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और नोएडा जैसी लोकेशन्स में गेटवे अर्थ स्टेशन्स बनाने की प्लानिंग कर रही है। ये स्टेशन सैटेलाइट और धरती पर रिसीवर्स के बीच कनेक्शन को स्थापित करने और बनाए रखने के लिए रिले पॉइंट की तरह काम करेंगे।

जुलाई में दूरसंचार विभाग (DoT) ने Starlink को इंडिया में कमर्शियल ऑपरेशन शुरू करने के लिए सैटेलाइट यूज करने का लाइसेंस दिया था। इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथोराइजेशन सेंटर (IN-SPACe) ने रॉयटर्स को बताया था कि कंपनी का लाइसेंस पांच साल के लिए वैलिड है। इससे पहले ये मंजूरी Eutelsat की OneWeb और Reliance Jio को भी मिली थी।

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