STF: 20 साल का लम्बा सफर तय कर चुकी है यूपी एसटीएफ, उपलब्धियों की सूची भी है लम्बी!

लखनऊ: कुछ दश्क पहले यूपी में संगठित अपराध अपने चरम पर था। भाड़े पर हत्या, फिरौती के लिए अपहरण, रंगदारी जैसे अपराध से प्रदेश जूझ रहा था। इस बीच 4 मई वर्ष 1998 में सरकार ने संगठित अपराध पर नकेल कसने के लिए यूपी एसटीएफ के गठन का आदेश जारी किया। इसके बाद एसटीएफ ने यूपी में संगठित अपराध के खिलाफ मुहिम चलायी और अपराधियों पर नकेल कसी। बिहड़ों में डकैतों से लोहा लिया। 20 साल का इतिहास समेटे यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार को अपना स्थापना दिवस मनाया।


यूपी एसटीएफ के इस स्थापना दिवस के मौके पर डीजीपी ओपी सिंह, एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार, आईजी एसटीएफ अमिताभ यश, डीआईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार सहित एसटीएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। इस मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि जिस वर्ष वह एसएएसपी लखनऊ बने थे, उसी वर्ष प्रदेश में एसटीएफ का गठन किया गया था। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में एसटीएफ ने अपनी ऐसी पहचान बनायी है कि आम लोग भी कभी-कभी अपनी शिकायत की जांच एसटीएफ से कराने की मांग कर बैठते हैं।

उन्होंने बताया कि यूपी एसटीएफ की तर्ज पर अन्य कई राज्यों में एसटीएफ का गठन किया गया। एसटीएफ ने न सिर्फ पेशेवर अपराधियों बल्कि साइबर क्राइम करने वालों को पकड़ा है। मौजूदा समय में एसटीएफ के लखनऊ और नोएडा में दो साइबर थाने चल रहे हैं और एसटीएफ बखूबी से इस जिम्मेदारी को निभा रही है।

उन्होंने आगे कहा कि शासन स्तर पर एसटीएफ के एक्सपेशन की बात चल रही है। चाहे व मैनपावर हो या फिर संसाधन। हर तरह से एसटीएफ को और मजबूत बनाने का काम किया जा रहा है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि इस बार यूपी एसटीएफ को यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल रोकने की जिम्मेदारी दी गयी थी। एसटीएफ के डर के चलते नकल करने वालों ने परीक्षा छोड़ दी। कई जगहों पर एसटीएफ ने छापेमारी कर नकल पर लगाम लगायी। डीजीपी ने उम्मीद जतायी है कि एसटीएफ आगे भी इसी कर्तव्य निष्ठïा से अपना काम करती रहेगी।

एक जनवरी से लेकर 30 अप्रैल तक 652 करोड़ रुपये सीज किये गये
अपने स्थापना दिवस के मौके पर एसटीएफ के एडीजी आनंद कुमार ने बताया कि एक जनवरी से लेकर 30 अप्रैल के बीच एसटीएफ ने 1215 अपराधियों को गिरफ्तार किया। इसमें 98 इनामी बदमाश शामिल थे और एक आतंकवादी भी था। एसटीएफ ने मादक पदार्थ संबंधित कार्रवाई में 8.22 करोड़ रुपये का चरस, गाजा,, 2.88 करोड़ का पोस्ता, 4 करोड़ की हेरोइन बरामद की । एसटीएफ ने करीब 5 हजार लीटर शराब बरामद की। वहीं एसटीएफ ने 65 ट्रक, 108 चार पहिया वाहन और 81 दो पहिया वाहन बरामद किये। वहीं 1.816 किलो सोना भी बरामद किया गया। एसटीएफ ने 58 आपराधिक घटनाओं को घटी होने से पहले ही रोका भी। वहीं एसटीएफ ने 652 करोड़ 7 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में सीज भी किये।

जल्द साइबर अपराध के लिए अलग से होगी यूनिट: डीजीपी
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि इस वक्त संगठित अपराध से अधिक साइबर अपराध लोगों को परेशान कर रहा है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में नोएडा और लखनऊ में दो साइबर थाने है, जिसका काम एसटीएफ देख रही है। जल्द ही साइबर क्राइम से निपटने के लिए एसटीएफ से अलग हटकर यूनिट बनायी जायेगी जो सिर्फ साइबर क्राइम के मामले ही देखेगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए शासन स्तर पर काम चल रहा है। मुरादाबाद पुलिस ट्रेनिंग सेंटर को पुलिस वालों को साइबर अपराध के संबंध में ट्रेनिंग देने और उससे निपटने का गुर सीखाने की जिम्मेदारी दी जायेगी। वहां से ट्रेण्ड हुए पुलिस कर्मियों को इन साइबर यूनिट में तैनात किया जायेगा।

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