खुद को एसटीएफ अधिकारी बताकर एक व्यक्ति ने पूर्व प्रधान को अगवा कर लिया है। पूर्व प्रधान से तीन लाख रुपये की मांग की गई, जिसके बाद पूर्व प्रधान रुपये देने के बहाने एक दुकान से भाग निकला। जानकारी होने पुलिस ने वीडियो फुटेज देख वारदात में प्रयुक्त कार को बरामद कर लिया है। एक युवती ने पूर्व प्रधान पर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है। एसपी से शिकायत करने पहुंचे पूर्व प्रधान को कोतवाली पुलिस भेजकर मामले में जांच के निर्देश दिए है।
अहिरौली के तिवारीपुर के पूर्व प्रधान आलोक तिवारी उर्फ खुशबू गत शुक्रवार की शाम को कोतवाली अकबरपुर के अरियौना गांव के समीप खड़े थे। इस दौरान अकबरपुर की ओर से आ रही कार से उतरे युवक ने स्वयं को एसटीएफ का अधिकारी बताकर उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद उस पर देह व्यापार कराने का आरोप लगाते हुए उसकी सोने की चेन, दो मोबाइल एवं तीन हजार रुपये छीन लिया और छोड़ने के नाम पर तीन लाख रुपये मांगे।
मना करने पर वाहन में पहले से सवार एक युवती के साथ उसे बैरमपुर बरवां स्थित एक कमरे में ले जाकर अश्लील वीडियो बनाई। इसके बाद प्रधान पर रुपये देने का दबाव बनाया। पूर्व प्रधान उसे पहितीपुर मार्ग पर स्थित एक मोबाइल की दुकान पर ले गया, जहां दुकान मालिक छोटू अग्रहरि से उसने रुपये मांगे। दुकानदार के मना करने पर वाहन में सवार युवक से दूसरे से रुपये लाने का झांसा देकर पूर्व प्रधान वहां से भाग निकला।
आरोप है कि कार में खेल विभाग में तैनात रहे पूर्व संविदा कर्मी के साथ शहजादपुर चौकी पर तैनात एक आरक्षी भी मौजूद था। मामले की जानकारी होने पर वाहन नंबर के आधार पर पुलिस ने कार को मंगाकर थाने में खड़ा करा दिया है। वहीं शनिवार को मामले की शिकायत करने पहुंचे आलोक तिवारी को एसपी अजीत कुमार सिन्हा के निर्देश पर पुलिस की हिरासत में भेजा गया है। आरोप है कि पूर्व प्रधान युवती का शारीरिक शोषण करता था। एसपी ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है, जांच के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई होगी।