लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गुड़म्बा जानकीपुरम सेक्टर एच इलाके में एक दंपती ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इसकी वजह से आत्महत्या का कारण साफ नहीं हो सका है। पुलिस का कहना है कि दम्पति ने घरेलू कहल और आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या का कदम उठाया है।

इटौंजा के धर्म पुर गांव निवासी 48 वर्षीय रामशंकर तिवारी पत्नी 45 वर्षीय सरिता तिवारी और छोटे बेटे अक्षय के साथ अमित श्रीवास्तव के मकान के पहली मंजिल पर किराये से रहते थे। उनका बड़ा बेटा अजय तिवारी गुडग़ांव में रहकर एक निजी टेलीकॉम कम्पनी में कार्यरत है। इंस्पेक्टर गुडम्बा तेज प्रकाश ने बताया कि शुक्रवार सुबह घर के ग्राउंड फ्लोर पर किराये पर रहने वाली सीमा कपड़े फैलाने के लिए छत पर जा रही थी।
तभी उसने पहली मंजिल के बरामदे में सरिता को पड़ा देखा। उसने कमरे में झांका जहां अंदर रामशंकर फर्श पर बिछे विस्तर पर औंधे मुंह पड़े थे। दोनों के मुंह से झाक निकल रहा था। शरीर मे किसी प्रकार की हलचल न होते देख इसकी जानकारी सीमा ने घर के अन्य सदस्य व कालोनी के लोगों को इस बारे में बताया। सूचना मिलते ही मौके पर गुड़म्बा पुलिस भी पहुंच गयी। इंस्पेक्टर ने बताया घटना स्थल से जहरीले पदार्थ का एक खाली रैपर मिला है। पुलिस ने छानबीन के लिए फारेंसिक टीम को बुलाया। छानबीन के बाद पुलिस ने दम्पति के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बेटे की नशे की आदत से थे परेशान
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि रामशंकर अमीनाबाद में एक किराने की दुकान पर नौकरी करते थे। छोटा बेटा अक्षय नशे का आदि है। उसकी हरकतों से दम्पति परेशान थे। लोगों के मुताबिक अक्षय अक्सर घर की चीजें व रुपये चोरी कर नशा करता था। उसका रोजाना देर रात घर आना होता था। इसके कारण आये दिन विवाद होता रहता था।
नहीं दे पाये थे मकान का किराया
स्थानीय लोगों के मुताबिक दम्पती दो महीने से मकान का किराया भी नहीं दे पा रहे थे। गुरुवार को ठाकुरगंज में रहने वाली मकान मालकिन विमला किराया लेने आयी थी। किराया न दे पाने के कारण मालकिन से दम्पती का विवाद हुआ था। इसके बाद से दोनों परेशान थे। किरायेदार सीमा ने बताया कि रात करीब 2.30 बजे उसका मोबाइल मांग कर सरिता ने बड़े बेटे अजय को फोन कर खुद की तबियत खराब होना बताया था।
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