हाल ही में सुरेश रैना के जीवन पर आधारित एक किताब रिलीज हुई है। इस किताब के रिलीज होने के बाद से सुरेश रैन के जीवन की कई सारी बाते निकल कर सामने आ रही हैं और सार्वजनिक हो रही हैं। दरअसल इस किताब में सुरेश रैना ने अपने जीवन की हर गाथा के बारे में जिक्र किया है। वहीं अब एक नया किस्सा किताब के पन्नों से सोशल मीडिया तक आ गया है। वो ये है की टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी रैना की रैगिंग करते थे।
इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों ने की थी रैगिंग
भारतीय टीम के बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना की किताब बिलीव–व्हाॅट लाइफ एंड क्रिकेट टाॅट मी में न जाने कितने सारे राज और दफन हैं। दरअसल उनके जीवन पर लिखी गई इस किताब से एक–एक कर कई सारे राज सार्वजनिक हो रहे हैं। अब उनकी रैगिंग का मामला भी सामने आ गया है। सुरेश रैना ने किताब के माध्यम से टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों के उनकी रैगिंग करने की बात कही है। रैना ने जब भारतीय टीम में डेब्यू किया था तब उन्हें अपनी ही टीम के खिलाड़ियों से रैगिंग का शिकार होना पड़ा। हालांकि उस वक्त के मौजूदा कप्तान राहुल द्रविड़ ने उन्हें एक बार डांट भी दिया था।
द्रविड़ ने लगाई फटकार तो किया ये काम
रैना के जीवन पर लिखी गई किताब की मानें तो, ‘जब होटल में रैना अपनी टी शर्ट पेहन टेहल रहे थे तभी राहुल वहां से गुजर रहे थे। राहुल नजर रैना के टी शर्ट पर लिखे एक शब्द पर पड़ी। जिसे देख कर द्रविड़ ने रैना को टोक दिया। दरहसल रैना की टी शर्ट में एक अश्लील शब्द लिखा था। द्रविड़ ने रैना को समझाते हुए कहा की लोग आपको फॉलो करते है। आप भारतीय क्रिकेटर हैं और आपकी टीशर्ट पर लिखी हुई गलत चीज को सार्वजनिक तौर पर आप नहीं दिखा सकते हैं।’ सुरेश रैना ने इस पर द्रविड़ से कहा था कि मैं इतना डर गया था कि मैं तुरंत टॉयलेट गया और अपने कपड़े बदल लिए थे। मैंने वो टीशर्ट उतार कर कूड़ेदान में फेंक दी थी।
भारतीय पूर्व कोच ग्रैग चैपल के बारे में कही ये बात
कहते हैं कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का क्रिकेट करियर उनके दौर के मौजूदा कोच ग्रेग चैपल की बली चढ़ गया था। सुरेश रैना के जीवन पर लिखी किताब की मानें तो सुरेश रैना ने पूर्व भारतीय क्रिकेट कोच ग्रेग चैपल की तारीफों के पुल बांधे हैं। उन्होंने खुलासा किया है कि चैपल ने अपनी कोचिंग के दौरान टीम पर गहरी छाप छोड़ी थी। सुरेश रैना के मुताबिक चैपल ने ही भारतीय टीम को लक्ष्य का पीछा करना बखूबी सिखाया है।
ऋषभ वर्मा