बाइक और साइकिल से खाना पहुंचाने वाली कंपनी अब जल्द ही हवाई सेवा के माध्यम से घर तक खाना पहुंचाएगी। जी हांं, फूड डिलीवरी कंपनी स्वीगी जल्द ही फूड और मेडिकल पैकेज के लिए हवाई ट्रायल शुरू कर चुकी है। लोगों को जल्दी और सुरक्षित तरीके सामान की डिलीवरी हो उसके लिए कंपनी ने तमाम तरह के प्रयास किए। सरकार की ओर से भी अनुमति मिलने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में कंपनी की ओर से कुछ राज्यों में परीक्षण किया जाएगा। इसके लिए एक अन्य कंपनी से भी करार किया गया है।
मंत्रालय से मिली अनुमति, यहां होगा परीक्षण
स्वीगी ड्रोन डिलीवरी पाट्रनर एएनआरए टेक्नोलॉजी को फूड डिलीवर के लिए ड्रोन परीक्षण शुरू करने के लिए मंत्रालय से अनुमति मांगनी पड़ी। कंपनी को रक्षा मंत्रालय, विमानन महानिदेशालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पास प्रस्ताव भेजना पड़ा था। उसकी ओर से अनुमति मिल गई है। एएनआरए टेक्नोलॉजी को बियांड विजुअल लाइन ऑफसाइट संचालन के लिए मंजूरी मिली है। बताया जा रहा है कि यह लंबी योजना है और हवाई यातायात नियंत्रण एकीकरण और उपकरण तैयार करने के बाद 16 जून को पहली उड़ान शुरू की गई। अगले कई हफ्तों तक एएनआरए की टीम उत्तर प्रदेश, पंजाब और एटा और रूपनगर जिलों में स्वीगी फूड और पैकेज वितरण का परीक्षण ड्रोन से करेगी।
मेडिकल डिलीवरी पर भी ध्यान
खाना पहुंचाने के साथ स्वीगी ने एकीकृत हवाई क्षेत्र प्रबंधन फर्म भी इसी तरह की और प्लान को लाने की तैयारी है। उसके लिए भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान के साथ साझेदारी की गई है। बताया जा रहा है कि यह मेडिकल डिलीवरी पर ध्यान केंद्रीत करेगी। कंपनी की ओर से बताया जा रहा है कि कंपनी ड्रोन तकनीक सफल बनाने के लिए पूरी तरह जुटी हुई है।
कैसे होगी डिलीवरी
यह काफी दिलचस्प है कि ड्रोन के जरिए खाने की डिलीवरी कै से होगी। एक परीक्षण के फ्लाइट वीडियो में एएनआरए टीम ने दिखाया है कि डिलीवरी कैसे होगी। तीन मिनट के वीडियो में एक ड्रोन एक छोटे से खाने के पैकेट को उठाते हुए जमीन पर रखने और पैकेज देने से पहले एक निश्चित दूरी तक उड़ते हुए दिखता है। अभी कुछ दिन पहले ही गूगल की ओर से समर्थित डिलीवरी स्टार्टअप डनजो ने घोषणा की थी की वर्ल्ड इकोनोमी फोरम के सहयोग से वह तेलंगाना सरकार के द्वारा शुरू मेडिसिन फ्राम द स्काई परियोजना के तहत दवाओं की ड्रोन डिलीवरी के लिए तैयार है। इसके साथ ही कोविड-19 के टीके और अन्य मेडिकल जरूरतों पर भी कंपनी ध्यान केंद्रित कर सकती है
कितना संभव है भारत में डिलीवरी
जिस तरह से ट्रायल चल रहा है उसे देखते हुए इसके सफल होने की संभावना काफी है। अभी केवल स्वीगी कंपनी ने ही इस ओर कदम बढ़ाया है, आगे चलकर जोमैटो और अन्य कंपनियां भी तैयारी कर रही हैं। इसके अलावा ट्रायल के लिए कंपनी की ओर से उत्तर प्रदेश और पंजाब के गांवों को चुना गया है, ऐसे में वहां प्रयोग सफल होने के बाद इसे शहर में भी परखा जाएगा।
–GB Singh
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