स्विट्जरलैंड के साथ आटोमैटिक एक्सचेंज आफ इन्फारमेशन पैक्ट (एईओआइ) के तहत भारत को इस महीने अपने नागरिकों के स्विस बैंक खातों के विवरण का तीसरा सेट प्राप्त होगा। पहली बार इसमें भारतीयों की वहां रियल इस्टेट संपत्तियों के भी आंकड़े होंगे। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
इसी माह मिलने वाले ब्योरे में इन संपत्तियों से हुई कमाई का भी होगा उल्लेख
गैर-लाभकारी संगठनों में योगदान और डिजिटल करेंसी में निवेश नहीं देगा जानकारी
अधिकारियों ने बताया कि स्विस सरकार रियल इस्टेट संपत्तियों का ब्योरा साझा करने के लिए तो तैयार हो गई है, लेकिन गैर-लाभकारी संगठनों व ऐसे अन्य फाउंडेशन में योगदान और डिजिटल करेंसी में निवेश के बारे में जानकारी अभी भी नहीं देगी। बताते चलें कि ऐसा तीसरी बार होगा जब सरकार को स्विटजरलैंड में भारतीयों के बैंक खातों और अन्य वित्तीय संपत्तियों का ब्योरा हासिल होगा।
मालूम हो कि पिछले दो सेट में स्विस सरकार ने हर बार करीब 30 लाख खातों का विवरण साझा किया और इस साल यह संख्या और अधिक होने की संभावना है।अधिकारियों ने बताया कि कर चोरी समेत वित्तीय गड़बडि़यों की जांच के सिलसिले में प्रशासनिक सहायता के आग्रहों पर स्विस अधिकारी इस साल पहले ही 100 से अधिक भारतीय नागरिकों और कंपनियों के बारे में जानकारियां साझा कर चुके हैं।
ये आंकड़े पिछले कुछ वर्षो की संख्या के बराबर हैं। ये मामले ज्यादातर 2018 से पहले बंद हो चुके पुराने खातों से जुड़े हैं। स्विटजरलैंड ने ये आंकड़े पूर्व के प्रशासनिक सहयोग ढांचे के तहत साझा किए हैं। दरअसल, एईओआइ सिर्फ उन्हीं खातों पर प्रभावी है जो अभी सक्रिय हैं या 2018 के दौरान बंद हुए थे।
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