मैदान के बाहर अफगान टीम के पास 1000 समस्याएं हो सकती हैं लेकिन जब ये 11 अफगान बेटे मैदान पर उतरते हैं तो पूरा देश उम्मीद और जोश से भर जाता है। टी20 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेलना राशिद खान और उनके साथियों के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि रही जिसने एक ऐसे देश को सपना देखना सिखा दिया जो प्राकृतिक त्रासदी और बारूद की मार झेल चुका है।
अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ‘उभरता सितारा’ कहा जाता है। अफगान टीम ने इस कथन को कई मौकों पर अपने दमदार प्रदर्शन से साबित भी किया है। 10 साल पहले जर्मनी, जापान, अर्जेंटीना, इटली जैसी क्षेत्रीय क्रिकेट टीमों से मुकाबला करने वाली अफगानिस्तान आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विश्व चैंपियन देशों के दांत खट्टे कर रही है।
आज से एक दशक पहले किसी को नहीं पता था कि राशिद खान और अनुभवी मोहम्मद नबी जैसे युवा खिलाड़ी अफगानिस्तान को क्रिकेट में वो मुकाम दिलाएंगे, जिसकी नींव साल 1839 में रखी गई। जी हां, अफगानिस्तान में पहली बार क्रिकेट साल 1839 में ब्रिटिश सैनिकों के साथ एंग्लो-अफगान युद्ध के दौरान काबुल में खेला गया था।
अफगानिस्तान क्रिकेट का इतिहास
हालांकि, 1990 में अफगानिस्तान में क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ी और 1995 में अफगानिस्तान क्रिकेट फेडरेशन का गठन किया गया। साल 2008 में अफगानिस्तान क्रिकेट फेडरेशन को आईसीसी के संबद्ध देश (एफिलिएटेड नेशन) के रूप में चुना। अप्रैल 2009 में अफगानिस्तान को आधिकारिक तौर पर वनडे टीम का दर्जा मिला। साल 2012 में अंडर-19 टीम को आईसीसी वर्ल्ड कप स्पॉट में जगह मिली।
अफगानिस्तान को आईसीसी ने साल 2014 में एसोसिएट नेशन की सदस्यता दी। साल 2015 में पहली बार वनडे वर्ल्ड कब में डेब्यू किया। हालांकि, इससे पहले साल 2010 में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान अपना डेब्यू कर चुका था। अफगानिस्तान ने अभी तक तीन बार टी20 वर्ल्ड कप खेला और दो बार वनडे वर्ल्ड कप खेल चुका है। इस दौरान कई विश्व चैंपियन टीमों को अपने जोश और जज्बे के दम पर धूल चटाई है।
सच हुई ब्रायन लारा की भविष्यवाणी
गन, बारूद और प्राकृति त्रासदी झेल चुके अफगानिस्तान ने 10 साल के अंतराल में क्रिकेट जगत में काफी लंबा सफर तय किया है। किसी ने नहीं सोचा था कि वे टी20 वर्ल्ड कप 2024 के सेमीफाइनल में पहुंच जाएंगे। हालांकि, वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले भविष्यवाणी की थी कि अफगानिस्तान सेमीफाइनल में जगह बनाएगा और हुआ भी वही।
युवा क्रिकेटर्स को दी प्रेरणा
एक तरफ जहां दिग्गज टीमों का सफर ग्रुप स्टेज में ही खत्म हो गया। वहीं, अफगानिस्तान ने अपनी क्षमता से ज्यादा प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में मिली हार ने उनके सपनों को तोड़ दिया है, लेकिन उनके प्रदर्शन को किसी से कम नहीं आंका जा सकता है। निश्चित रूप से इस प्रदर्शन के दम पर अफगानिस्तान की टीम ने युवा अफगान खिलाड़ियों को सपने देखना सिखा दिया है।