झुलसती गर्मी में पौधों की ऐसे करें देखभाल, आपके बगीचे को बना रखें हरा भरा

मई का महीना यानी गर्मी अपने चरम सीमा पर पहुंचने वाली ही है. ऐसे में आपका अपनी बालकनी में आना तक मुश्किल होता है. तो सोचिए आपके बगीचे के पौधे दिनभर गर्मी में झुलस रहे होंगे. ये समय अपने बगीचे में पौधों की सुरक्षा का समय है. इतने गर्म महीने में भी कई पौधे खूब फूल देते हैं. जैसे- गुलमोहर, अमलतास, प्लुमेरिया, बेलों में मोगरा, चमेली, बोगनविलिया आदि. झाड़ियों वाले पौधों में रात की रानी, चांदनी, गुड़हल के खिलने का भी यही समय है. अगर इनमें से आपके बगीचे में कुछ कम पौधे हैं तो आप इन्हें अभी भी लगा सकते हैं. तो आइए आगे जानते हैं की कैसे आप गर्मी में अपने पौधों की देखभाल कर सकते हैं-

गर्मियों में पौधों कि ऐसे हो सिंचाई
इस वक्त तापमान काफी अधिक हो गया है. अब घर के पौधों को प्रतिदिन पानी देना जरूरी है. अधिक गर्मी हो तो दिन में दो बार भी पानी देना पड़ सकता है. यदि संभव हो तो झाड़ियों, पत्तों और पेड़ों को पानी देने के लिए ड्रिप सिंचाई का उपयोग करें. इससे पानी की बचत के साथ सही तरह से उनकी सिंचाई भी हो जाएगी. शाम के समय पौधों के साथ उनके पत्तों पर भी पानी का छिड़काव करना चाहिए.
पौधों में नमी रहना ज़रूरी है
मल्चिंग तकनीक से नमी को बरकरार रख सकते हैं. प्रकृति में मल्चिंग प्राकृतिक रूप से गिरी हुई पत्तियों, टहनियों, फूलों और अन्य सामग्रियों से होती है. ये प्राकृतिक मल्च मिट्टी के ऊपर एक सुरक्षात्मक आवरण बना देते हैं, जिससे नमी बनी रहती है. सूखे पत्तों, छाल या गोबर की खाद जैसे कार्बनिक पदार्थों का उपयोग मल्चिंग के लिए बेहतर है क्योंकि वे मिट्टी में पोषण जोड़ने के अलावा मिट्टी की कंडीशनिंग में भी योगदान देते हैं.
नमी बढ़ाने का एक उपाय यह भी है कि गमलों को एक साथ समूह बनाकर रखें. उनके बीच एक टब या बाल्टी में पानी भरकर रख दें। इससे पौधों के आस-पास की हवा में नमी आएगी. इस महीने पौधों को रासायनिक खाद नहीं देनी चाहिए.
कीटों-रोगों से कैसे बचाएं?
गुलाब की झाड़ियों से नियमित रूप से जंगली टहनियां निकालते रहें. लॉन में इस महीने में 2 लीटर पानी में एनपीके मिलाकर दो बार छिड़काव करें. गर्मियों में डहेलिया सहित गुलाब और कुछ अन्य इनडोर प्लांट के पत्तों पर ख़स्ता फफूंदी लग सकती है. पौधों पर मनकोजेब व कार्बेन्डेजिम नामक फफूंदीनाशकों को मिलाकर उसका छिड़काव (2 ग्राम/लीटर पानी) हर पंद्रह दिन में एक बार करें.

कैसे करें धूप से बचाव?

कुछ स्थायी पौधों जैसे क्रोटन के साथ-साथ मौसमी पौधों जैसे कैलडियम और ग्लॉक्सिनिया आदि को इस महीने में सूरज की सीधी किरणों से कुछ सुरक्षा की आवश्यकता होती है. जहां तक ​​संभव हो, पौधों को ऐसे स्थान पर ले जाया जाना चाहिए, जहां उन्हें केवल सुबह और शाम को ही सूरज की सीधी रोशनी मिले. बड़े पौधों के मामले में ओवरहेड नेट का शेड प्रदान करने का प्रयास करें.
ऐसे करने से आपके पौधे गर्मी में भी हरे-भरे रहेंगे.

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